निजी क्लीनिक पर हुई तोड़फोड़ के मामले में आईएमए ने की बैठक,आईएमए ने विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ पॉलिटिकल बहिष्कार करने का लिया निर्णय...

आरा : आरा प्रखंड कार्यालय स्थित डॉ कन्हैया सिंह के निजी क्लीनिक पर हुई तोड़फोड़ के मामले में आईएमए के अध्यक्ष डॉ कुमार जितेंद्र और सचिव डॉ शालिनी सिन्हा के नेतृत्व में गुरुवार को आईएमए भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया।

इस बैठक में शहर के सभी गणमान्य डॉ उपस्थित हुए थे। इस बैठक में सभी डॉक्टर के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया है कि डॉक्टर कन्हैया सिंह के ऊपर सभी गलत आरोप लगाया जा रहा है। उसे बेबुनियाद साबित किया जाए। सभी ने बैठक में निर्णय लिया कि जिस प्रकार से बड़हरा विधानसभा के भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा जो गलत आरोप लगाकर बयान दिया गया है। उनके खिलाफ रणनीति भी शुरू किया जाए। उनके खिलाफ डॉक्टरों के द्वारा मोर्चा भी खोल दिया गया है।

वहीं डॉक्टरों ने बताया कि भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा शहर के 80 परसेंट डॉक्टरों को क्राफ्ट कहा गया है। जो सरासर गलत बात है। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि शराब पीकर डॉक्टर इलाज करते हैं। तो वह साबित कर दें कि डॉक्टर शराब पीकर ही इलाज सही में करते हैं या नहीं। आई एम एम ए पॉलिटिकल बहिष्कार करने का निर्णय विधायक के खिलाफ किया है।

बता दें कि मंगलवार की रात आरा शहर के प्रखंड रोड स्थित एक निजी क्लीनिक में मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर बवाल काटा था। परिजनों के द्वारा बुधवार की सुबह क्लीनिक के बाहर टायर जलाकर आगजनी भी की गई थी। घटना को लेकर आसपास के इलाके में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल कायम हुआ था।

आईएमए की सचिव डॉ शालिनी सिन्हा ने कहा कि डॉक्टर प्यार के भूखे हैं, पैसे के नहीं। कोई डॉक्टर बुरे नहीं होते, जान- बूझकर कोई भी डॉक्टर गलती नहीं करता। डॉक्टर अंतिम समय तक मरीज की जान बचाने की कोशिश करता है। तोड़फोड़ करना या अपशब्द का प्रयोग करना निंदनीय है।

बैठक में डॉ अमरेंद्र आनंद, डॉ कन्हैया सिंह, डॉ राजीव रंजन, डॉ पी सिंह, डॉ बीके शुक्ला, डॉ बीके प्रसाद, डॉ विजय सिंह, डॉ विजय गुप्ता, डॉ नरेश प्रसाद, डॉ मधुकर प्रकाश, डॉ वीणा सिंह, डॉ गुंजन सिंह, डॉ मालती श्रीवास्तव, डॉ नवीन सिंह, डॉ नवीन कुमार सिंह, डॉ जेके सिंह, डॉ अरुण मिश्रा, डॉ आरआर शर्मा, डॉ अमित जायसवाल, डॉ जीवेश कुमार, डॉ विनोद कुमार, डॉ अभिनीत, डॉ बीके सिंह, डॉ बीके प्रसाद, डॉ अभिषेक कुमार, डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ अभय कुमार सिंह, डॉ विकास चंद्र जैन, डॉ दिनेश कुमार समेत कई उपस्थित थे।

इधर विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि एक निजी क्लिनिक में मरीज की मृत्यु के बाद मेरी एसपी से बात हुई थी। मैंने उन्हें एफआईएआर दर्ज करने की बात कही थी। एसपी के कहने के बाद क्लीनिक के पास हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर शांत कराया। आक्रोशित लोगों ने मरीज के शव को बीच रोड पर एंबुलेंस में रखा था। लोगों को समझाने के बाद सदर अस्पताल में शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहंचा। उसके बाद एएसपी पहुंचे और घटना के बार में जानकारी ली। अगर मैं घटना स्थल पर नहीं पहुंचता, तो आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा बड़ा हंगामा खड़ा हो जाता। मैं सभी को समझा कर मामला को शांत करवाने का काम किया हूं।