आरा : पेरोल से फरार अपराधी बना गले की फांस, हाईकोर्ट में DGP-SP तलब...
आरा : चर्चित भाजपा नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या में वांछित उमाशंकर मिश्रा की गिरफ्तारी इन दिनों पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। एसपी प्रमोद कुमार के आदेश पर डीआइयू समेत जिले की टीम सोनवर्षा निवासी वांछित की गिरफ्तारी के लिए बिहार-यूपी के सीमावर्ती इलाके में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चन्द्र सिंह को भी विशेष रूप से लगाया गया है। गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर हाईकोर्ट भी सख्त है। इधर, पुलिस वांछित के दो करीबियों को भी उठाकर सुराग हासिल करने के प्रयास में लगी है। दरअसल, 28 सितंबर वर्ष 2018 को घटित कांड के गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या में पुलिस ने आरोपित उमांशकर मिश्रा को पकड़ा था।
इधर, सितंबर 2022 में उमाशंकर मिश्रा अपने पिता के श्राद्धकर्म को लेकर जेल से एक महीने के लिए पेरोल पर छूटकर घर आया हुआ था। इसके बाद वापस जेल नहीं गया। इस पर कोर्ट से कुर्की का वारंट जारी हो गया। नौ नवंबर 2022 को पुलिस ने सोनवर्षा स्थित वांछित के घर पर कुर्की-जब्ती की थी।
पुलिस ने मेन गेट से लेकर घरों के खिड़की दरवाजे तक उखाड़ डाले थे। पलंग व सोफा समेत टीवी व पंखा सहित 52 प्रकार के चलंत सामन जब्त कर लिए गए थे। इस दौरान वर्तमान एसपी प्रमोद कुमार ने वांछित पर पांच हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
इस दौरान 8 मई 2023 की रात पुलिस ने करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव में दो गुटों के करीबियों के घरों पर छापेमारी कर एक रायफल एक बंदूक एवं करीब 70 गोली बरामद की थीं। इस मामले में उमाशंकर मिश्रा एवं उसके दो पुत्रों समेत छह को नामजद किया गया था।
डीजीपी व एसपी को हाईकोर्ट में उपस्थित होने का आदेश...
भाजपा के तत्कालीन प्रदेश उपाध्यक्ष रहे स्व. विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या में नामजद वांछित आरोपित उमाशंकर मिश्रा की पुन: गिरफ्तारी नहीं होने पर पटना हाईकोर्ट सख्त है। हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए सूबे के डीजीपी व एसपी को पांच जुलाई को उपस्थित होने का निर्देश दिया है।