बिहार में शराबबंदी के बाद भाजपा शासित राज्यों के शराब तस्करों को बचाने के लिए बेचैन है भाजपा...

बिहार में शराबबंदी के बाद भाजपा शासित राज्यों के शराब तस्करों को बचाने के लिए बेचैन है भाजपा...

पटना : जदयू के प्रदेष प्रवक्ता सह पूर्व स0वि0स0 मंजीत सिंह ने भाजपा के सवालों का जवाब देते हुये कहा कि भारतीय जनता पार्टी एवं उसके काबिल नेतागण् भाजपा शासित राज्यों के शराब तस्करों को बचाने के लिए बेचैन दिख रही है। भाजपा को यह जानना जरूरी है कि बिहार मद्यनिषेध अधिनियम के तहत वर्ष 2016 से मार्च 2023 तक दूसरे राज्यों से कुल 10.430 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई। जिसमें भाजपा शासित सहित अन्य राज्यों यथा - उत्तर प्रदेष से 3.805, झारखण्ड से 2.966, हरियाणा से 993, दिल्ली से 211, मध्यप्रदेष से 93, महाराष्ट्र से 42, छतीसगढ़ से 36 एवं उतराखण्ड से 30 शराब तस्करों की गिरफ्तारी हुई।

भाजपा द्वारा बिहार में हुये शराबबंदी पर उठाये गये सवालों पर जदयू के प्रवक्ता सह पूर्व स0वि0स0 मंजीत सिंह का बिन्दुवार जवाब:-

भाजपा द्वारा किया गया पहला सवाल की:- बिहार में शराबबंदी के बाद करीब 3.61 लाख लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई और 5.17 लाख लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 23 हजार लोग अभी भी जेल में जिसमें 90 प्रतिषत लोग एससी/एसटी व इबीसी से हैं?

प्रदेश प्रवक्ता मंजीत सिंह ने जवाब देते हुये कहा कि बिहार मद्यनिषेध अधिनियम के अंतर्गत शराबबंदी के बाद 6.06 लाख अभियोग दर्ज किया गया है। जिसमें से 1.48.553 वादों का त्वरित निष्पादन भी किया जा चुका है। साथ ही 8.35 लाख अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई जिसमें से 2.29.367 अभियुक्तों को सजा दिलायी जा चुकी है और अभी उक्त अधिनियम के अंतर्गत जेल में बंद अभियुक्तों की वास्तविक संख्या लगभग 13.000 है। अगर 23 हजार है तो भाजपा इसकी सूची जारी करे। ज्ञातव्य हो कि सजा काट रहे अभियुक्तों में सभी वर्गों के अभियुक्त है, इस तथ्य को भाजपा नेताओं को ठीक से समझने की जरूरत है।

भाजपा द्वारा किया गया दूसरा सवाल की:- आज तक बिहार सरकार द्वारा स्पेषल कोर्ट का गठन नहीं किया गया है?

प्रदेश प्रवक्ता मंजीत सिंह का जवाब:- जबकि सच्चाई यह है कि जनवरी 2022 से ही 74 विषेष उत्पाद न्यायालय गठित एवं कार्यरत हैं।