आरा सदर अस्पताल में प्रसूता की मौत, जिंदा बताकर पटना किया रेफर, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप...

आरा सदर अस्पताल में प्रसूता की मौत, जिंदा बताकर पटना किया रेफर, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप...

आरा : आरा सदर अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई। लेकिन, डॉक्टरों ने उसे जिंदा बताकर पटना रेफर कर दिया। परिजनों ने महिला को पटना के सगुना मोड़ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इसके बाद परिजन शव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों का आक्रोश भड़क उठा, जिसके बाद उसके परिजन डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने के कारण उसकी मौत होने का आरोप लगाते हुए प्रसूता के शव को स्ट्रेचर पर रख न्यू इमरजेंसी गेट के बाहर जाम कर दिया।

परिजन द्वारा करीब छह घंटे तक इमरजेंसी गेट के बाहर जाम रखा गया, जिसको लेकर लोगों के बीच काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। उधर, घटना की सूचना मिलते ही टाउन थाना के अपर थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, दारोगा सुमंत कुमार एवं नवादा थानाध्यक्ष कमलजीत पुलिस बल के साथ आरा सदर अस्पताल के न्यू इमरजेंसी वार्ड पहुंचे और कानूनी कार्रवाई होने का आश्वासन देकर उसके परिजनों को समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया। मृतका की पहचान संदेश थाना क्षेत्र के तापा बचरी गांव निवासी रविंद्र कुमार सिंह की पत्नी इंदू देवी (24) के रूप में की गई।

मृतका के पति रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पत्नी प्रसव पीड़ा से परेशान थी। रविवार की शाम आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। महिला डॉक्टर ने जांच लिखा। जांच रिपोर्ट में 11 पॉइंट हीमोग्लोबिन बताया गया।

प्रसूति विभाग के नर्स ने कहा, आप लोग जल्द से जल्द ऑपरेशन करा लीजिए, नहीं तो डॉक्टर चली जाएंगी। पत्नी ने बेटी को जन्म दिया। नवजात बच्ची को दिखाने डॉक्टर के पास गए। इसी दौरान प्रसूति विभाग में कार्यरत कर्मी पत्नी को एंबुलेंस में चढ़ाने लगे। कहा- स्थिति ठीक नहीं है।

रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एंबुलेंस पर बैठाने के दौरान पत्नी को छूकर देखा तो वह मर चुकी थी। लेकिन, स्वास्थ्यकर्मी जिंदा बता रहे थे। बिना कोई प्रक्रिया पूरी किए पटना रेफर कर दिया। पत्नी को लेकर पटना पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविंद्र ने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जून 2021 को शादी हुई थी। नवजात बच्ची हमारी पहली संतान है।

आरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता की स्थिति गंभीर हो गई थी। डॉक्टर ने उन्हें पटना रेफर कर दिया था। बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरा सदर अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। उन्होंने कहा कि परिजनों के आरोप पर एक जांच टीम गठित की है। इस टीम की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।