सहनी हेलीकॉप्टर से पहुंचे बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, लोगों को किया संबोधित, संघर्ष का दिलाया संकल्प...
पटना : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी आज अपने हेलीकॉप्टर यात्रा के पहले चरण के अंतिम दिन बेगूसराय और मुजफ्फरपुर जिला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया और उपस्थित लोगों को संघर्ष करने का संकल्प दिलवाया।
बेगूसराय के कल्पवास मेला क्षेत्र, निषाद घाट, सिमरिया घाट तथा मुजफ्फरपुर के बोचहा स्थित वाजिदपुर मझौली चौक पर महती जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें नमन किया ।
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने हम सभी को वोट के रूप में बड़ी शक्ति दी है, लेकिन अब तक हम उस शक्ति को पहचान नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि जो समाज इस वोट की शक्ति को पहचान गया वह समाज आगे निकल गया।
उन्होंने जोर देकर लोगों से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का आह्वान करते हुए कहा कि आज अगर मैं झुक जाऊं तो मैं भी बड़ा नेता बन सकता हूं, लेकिन मुझे ऐसा नेता नहीं बनना जो अपने समाज के लिए कुछ नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि अभी मैं 20 वर्षों तक संघर्ष कर सकता हूं, लेकिन ऐसा नेता बनूंगा जो समाज और गरीब के लिए कुछ कर सके।
इस दौरान सहनी ने जनसभा में उपस्थित लोगों को आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए पढ़ाने तथा अधिकारों के लिए संघर्ष करने का हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प करवाया।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री सहनी ने निषाद वर्ग से आए युवाओं में जोश भरते हुए कहा कि मल्लाह का बेटा केवल मछली मारने के लिए पैदा नहीं हुआ है बल्कि नेतृत्व भी करेगा, यह मैने बिहार में दिखा दिया है।
उन्होंने कहा कि मेरा सपना निषाद को आरक्षण मिले और निषाद का बेटा बिहार का सीएम बने है। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि मुझे कुछ नहीं बनना। जब हमारे समाज और वर्ग के लोग विधायक, सांसद बनेंगे तो समाज के लोगों हर मुसीबत में भी वे साथ खड़े होंगे।
उन्होंने कहा कि मैं आज जहां पहुंचा हूं, यह सब कुछ आपके समर्थन से संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि आपने मुझे नेता माना तो आज हमने बिहार में अपनी ताकत का एहसास करा दिया।
' सन ऑफ मल्लाह ' के नाम से चर्चित श्री सहनी ने कहा कि आज देश के दिल्ली और पश्चिम बंगाल में निषाद भाइयों को आरक्षण दिया जा रहा है, लेकिन बिहार, यूपी और झारखंड में आरक्षण नहीं मिल पा रहा है।