मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बयान पर बिहार भाजपा खामोश क्यों?

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बयान पर बिहार भाजपा खामोश क्यों?

पटना : बिहार व उत्तरप्रदेश के मजदूरों पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा शुरू से उत्तर भारतीयों की विरोधी रही है। यह जगजाहिर है कि भाजपा शाषित राज्यों में बिहारी मजदूरों को हीन भावना से देखा जाता है। और उनका हर तरीके से शोषण किया जाता है। बिहारियों के विषय में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का बयान बिहारी स्मिता पर चोट करने जैसा है। बिना विलंब किए उन्हें इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।

आगे उन्होंने कहा नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बिहारी मजदूरों के विषय में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का बयान घोर भर्त्सनायोग्य और दुर्भाग्यपूर्ण है। सवैंधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति द्वारा इस प्रकार का बयान दिया जाना भारत की संघीय व्यवस्था के लिए खतरा है। जदयू ऐसे बयानों का कड़ा विरोध करती है। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एक बिहारी के तौर पर बिहार भाजपा के नेताओं को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बयानों का पुरजोर विरोध करना चाहिए था परन्तु इनके बड़बोले नेताओं ने अभी इस मामलें पर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है। यह दर्शाता है कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को प्रदेश भाजपा नेताओं की मौन सहमति प्राप्त है। राजनीतिक फायदे के लिए ये लोग बेशर्मी की सारी हदों को लांघ चुके हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की जनता इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी और न इन्हें माफ करेगी। सत्ता के अहंकार में भाजपा के नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुकें है। इस अपमान का बदला बिहार की जनता जरूर लेगी। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बिहार की गरिमा को कलंकित करने का प्रयास किया है और भाजपा अब तक इसपर मौन है। अगले लोकसभा चुनाव में देश और खासकर उत्तर भारत की जनता इन्हें सबक सिखाने का काम करेगी।