शिक्षक अभ्यर्थियों एवम नियोजित शिक्षकों के साथ खिलबाड़ बंद करे सरकार, इतिहास में अब तक के कमजोर शिक्षा मंत्री...

शिक्षक अभ्यर्थियों एवम नियोजित शिक्षकों के साथ खिलबाड़ बंद करे सरकार, इतिहास में अब तक के कमजोर शिक्षा मंत्री...

पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों और नियोजित शिक्षकों के साथ खिलवाड़ बन्द करे। वे नियोजित शिक्षकों के द्वारा नयी शिक्षा नियमाबली के विरोध में प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे। सरकार को नियोजित शिक्षक एवम पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति करनी चाहिए। राज्य सरकार इनकी नियुक्ति के पश्चात बाँकी बचे पदों पर नियुक्ति हेतु बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना भेजे।

सिन्हा ने कहा कि लाखों शिक्षक के पद पर रिक्तियों को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 2020 के चुनाव में सीधी नियुक्ति का वादा भी किया था। अब जब इनके दल के मंत्री के पास शिक्षा विभाग है तो ये अपने वादे से मुकर गए हैं। यू टर्न लेना इनका पुराना चरित्र है। वहीं नई शिक्षक नियुक्ति नियमाबली के तहत बिहार लोक सेवा आयोग को भार दिया जा रहा है।

राज्य के लोग अवगत हैं कि वर्षों वर्ष हाल तक आयोग की निष्पक्षता संदिग्ध रही है। पूर्व में इसके चेयरमैन भी जेल जा चुके हैं। 67वी पी टी परीक्षा का भी पिछले साल प्रश्न पत्र लीक हुआ था। चर्चा है कि उच्च पदस्थ लोगों का भी इन गतिविधियों में हाथ रहा है। इस परिस्थिति में यदि पुनः पैसा के बदले नौकरी का खेल चलता है तो लाखों छात्रों का भविष्य डूब जायगा।

विजय सिन्हा ने कहा कि शिक्षा विभाग के इतिहास में अबतक का सबसे कमजोर औऱ अदूरदर्शी शिक्षा मंत्री को बिहार की जनता देख रही है। ये कब क्या बोलेंगे कहना मुश्किल है। अपने बिभाग को छोड़कर बाँकी सभी बात करने में इन्होंने महारत हासिल की है। इस शिक्षा मंत्री से राज्य के शिक्षकों, अभ्यर्थियों एवम नियोजित शिक्षकों को न्याय मिलना संदिग्ध हो गया है। ये राज्य के छात्रों के प्रतिभा हनन के मामले में पुराने सभी रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल होंगे।