डीआईजी का अपराधियों को सख्त लहजे में चेतावनी, पुलिस पर गोली चलाने वाले अपराधी बख्से नहीं जायेंगे...
आरा : शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीनचंद्र झा आरा पहुंच अपराधियों के साथ मुठभेड़ में क्रॉस मोबाइल के घायल जवान अर्जुन कुमार से मिलने डॉक्टर विकास सिंह के क्लिनिक पहुंचे। साथ में एसपी प्रमोद कुमार के साथ सभी वरीय पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। डीआईजी ने घायल जवान से मिल पहले उनका हाल- चाल जाना। फिर उनके बहादुरी की तारीफ करते हुए घायल जवान की पीठ थपथपाई। साथ ही नवीन चंद्र जा ने घायल जवान की बहादुरी पर नगद दस हजार रुपया देकर जवान की वीरता और बहादुरी पर इनाम भी दिया।
वहीं डीआईजी ने घायल जवान का इलाज कर रहे डॉक्टर विकास सिंह से बात कर जवान की इलाज से संबंधित जानकारी ली। मीडिया से मुखातिब होते हुए डीआईजी नवीन चंद्र झा ने कहा कि अपराधी सचेत हो जाय। अन्यथा पुलिस अब अपराधियों पर गोली चलाने में कोई संकोच नहीं करेगी। मुठभेड़ में शामिल पुलिस अफसर और जवानों को गैलेन्ट्री के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा।
घटना के बारे मे जानकारी देते हुए आगे बताया की गुरुवार को एक पेट्रोल पंप संचालक से हथियार के बल पर पांच लाख रुपया बदमाशों ने लूट लिया था। जिसके बाद मुठभेड़ में सिपाही अर्जुन कुमार के पेट मे गोली लग गई थी जिसके बाद तत्काल जख्मी सिपाही को निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था जहां डॉक्टर के द्वारा ऑपरेशन कर गोली निकाला गया।
पुलिस द्वारा दर्ज प्राथमिकी...
थानाध्यक्ष संजीव कुमार की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि गुरुवार की सुबह 11 बजकर 17 मिनट पर क्रॉस मोबाइल के जवान अर्जुन कुमार द्वारा सूचना दी गयी कि आर्य समाज मंदिर के पास एसबीआई के पास एक अपराधी पैसा लूट कर भाग रहा है और वह उसका पीछा कर रहा है। उसके बाद एसपी को सूचना देते हुए वह दारोगा सत्येंद्र कुमार सत्यार्थी सिपाही शिवनंदन पासवान, पियुष कुमार और आशीष 'कुमार' के साथ अपराधी की धरपकड़ के लिए निकले।
तबतक अपराधी भागते हुए बिंद टोली सैफन के समीप चला गया था। वहां पुलिस ने उसे घेर लिया था, लेकिन वह झाड़ी में छुप कर पुलिस टीम पर लगातार फायरिंग कर रहा था। तब उनके द्वारा तीन बार आत्मसमर्पण के लिए कहा गया, लेकिन वह फायरिंग करता रहा। तभी उनके बगल में खड़े सिपाही अर्जुन कुमार को गोली लग गयी। उसके बाद उन्होंने अपने सर्विस पिस्टल से फायरिंग करने चाहा, लेकिन पिस्टल फंस गया। तब उन्होंने सिपाही पियुष कुमार के इंसास से तीन राउंड फायरिंग की और फिर से आत्मसमर्पण के लिए बोला।
उसके बाद भी लुटेरे की ओर से फायरिंग की जाती रही। तब उनके द्वारा सिपाही रमेश कुमार सिंह और योगेंद्र कुमार को गोली चलाने का आदेश दिया। कहा कि लुटेरे के पैर को निशाना कर गोली चलायी जाये। तब रमेश कुमार सिंह ने अपने एक 47 से छह राउंड और सिपाही योगेंद्र कुमार की ओर से अपने पिस्टल से सात राउंड फायरिंग की गयी।
उन्होंने भी इंसास से अपराधी के पैर की ओर तीन राउंड फायरिंग की गयी। उसी दौरान उसे गोली लगी और जख्मी हो गया। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से 7.65 का एक देसी पिस्टल, तीन गोली लोड मैगजीन, दो खोखा और एक मोबाइल बरामद किया गया। उसके अलावे पेट्रोल पंप से लूटा गया चार लाख 99 हजार पांच सौ रुपए और जमा करने वाली बैंक की रसीद भी बरामद की गयी । पूछताछ में उसने अपना नाम ताज अली बताया, जो नाजीरगंज का रहने वाला है।