मांझी को कमजोर समझकर नीतीश किए गलती --अब महागठबंधन के अगुआ हुए परेशान --क्या होगा आगे ?

मांझी को कमजोर समझकर नीतीश किए गलती --अब महागठबंधन के अगुआ हुए परेशान --क्या होगा आगे ?
मांझी को कमजोर समझकर नीतीश किए गलती --अब महागठबंधन के अगुआ हुए परेशान --क्या होगा आगे ?

NBL PATNA :  विपक्षी दलों की महाबैठक के अगुआ बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका लगा है. 23 जून से पहले ही विपक्षी एकता की हवा तब निकल गई जब देश भर के विपक्षी दलों को गोलबंद करने निकले सीएम नीतीश अपना घर को भी सुरक्षित नहीं रख सके. जेडीयू फोल्डर की सहयोगी पार्टी HAM ने बगावत कर दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह नीतीश कैबिनेट में एससी-एसटी कल्याण विभाग के मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे के साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 

जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन अभी विधान परिषद के सदस्य हैं. एनडीए से अलग होने के बाद इन्हें RJD के सहयोग से विधायक कोटे से विप का सदस्य बनाया गया था. संतोष सुमन 7 मई 2018 को विप के सदस्य बने थे. इनकी सदस्यता 6 मई 2024 तक है. यानि महागठबंधन से बगावत करने के बाद भी ये ठाठ से लगभग एक साल तक विधान पार्षद बने रहेंगे.

मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद संतोष सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस्तीफा देने के बाद संतोष मांझी ने कहा कि लोकसभा सीट की बात नहीं है. हम अलग पार्टी हैं, नीतीश कुमार के साथ रहने से हमारी पार्टी का अस्तित्व खतरे में था. इसलिए हमने इस्तीफा दे दिया है. दरअसल पिछले सप्ताह ही नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी की मुलाकात हुई थी. मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार ने कह दिया था कि जीतन राम मांझी अपनी पार्टी का विलय जदयू में कर दें. तभी उन्हें लोकसभा का टिकट दिया जायेगा. लेकिन मांझी ने नीतीश की इस बात को अस्वीकार कर दिया था. अब उनके बेटे ने नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है