जितन राम मांझी को दलित व मुशहर समाज का ब्रांड बनाकर उपयोग कर रहा था महागठबंधन ---भाजपा .. क्या है रणनीति ?

जितन राम मांझी को दलित व मुशहर समाज  का ब्रांड बनाकर उपयोग कर रहा था महागठबंधन ---भाजपा .. क्या है रणनीति ?
जितन राम मांझी को दलित व मुशहर समाज  का ब्रांड बनाकर उपयोग कर रहा था महागठबंधन ---भाजपा .. क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : पिछड़ों के बीच जीतन राम मांझी का इस्तेमाल सिर्फ ब्रांडिंग के रूप में इस्तेमाल करते थे नीतीश कुमार, ताकि वह उन लोगों का वोट हासिल कर सके। यह आरोप भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने बिहार के मुख्यमंत्री पर लगाया है। जिस तरह से आज जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया, उसके बाद अब भाजपा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करने का बड़ा मौका मिल गया है।

निखिल आनंद ने कहा कि जीतन राम मांझी को बिहार का कद्दावर नेता बताया। उन्होंने कहा कि वह भी निर्णय बहुत ही सोच समझकर लेते हैं। उन्हें कोई डिक्टेक्ट नहीं कर सकता है। उन्होंने पिछले दिनों जो सवाल उठाए थे, वह बेहद ही गंभीर मामला है। लेकिन महागठबंधन सरकार और उनके नेता ध्यान नहीं दे रहे थे। मांझी ने दलितों के बीच सरकारी योजनाओं के नहीं पहुंचने,  दलितों की उपेक्षा, दमन और उत्पीड़न के सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि गरीबों को सरकार योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है

मांझी की बातों को राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष विजय सापला ने बिहार को लेकर दो बातें कही थी। उन्होंन कहा था कि बिहार की 80 फीसदी एससी-एसटी वर्ग के बच्चे उच्च विद्यालय नहीं जाते है, वहीं 4-5 फीसदी एससी-एसटी लोग ही बीपीएल सूची से ऊपर जी रहे हैं। सरकार की आर्थिक योजनाओं का लाभ उन्हे  नहीं मिल रहा है। यानि 95 लोग इससे वंचित हैं।

यहां जीतन राम मांझी लगातार इसको लेकर आवाज उठा रहे थे, लेकिन उनकी बातों को दरकिनार किया जा रहा है। स्वाभावि है कि यह बात मांझी को नागवार गुजर रहा था, जिसका नतीजा संतोष मांझी के इस्तीफे को लेकर सामने आया। अब देखना गोगा कि आगे वह क्या निर्णय लेते हैं।