प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन को लोकतंत्र का मंदिर -तो वहीं राजद ने कर दिया ताबूत से तुलना ,आखिर क्या है रणनीति?

प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन को लोकतंत्र का मंदिर -तो वहीं राजद ने कर दिया ताबूत से तुलना ,आखिर क्या है रणनीति?
प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन को लोकतंत्र का मंदिर -तो वहीं राजद ने कर दिया ताबूत से तुलना ,आखिर क्या है रणनीति?

 NBL PATNA:नये संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर जहाँ जश्न और उत्साह  का माहौल है तो वहीं इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी जारी है. रविवार को राजद की ओर से किये गए एक ट्वीट ने हंगामा खड़ा कर दिया है. दरअसल राजद ने ट्वीट के जरिये एक ताबूत की तस्वीर को साझा किया है. पार्टी की ओर से जारी किये गए इस ट्वीट में ताबूत की तस्वीर के साथ नये संसद भवन की तुलना करते हुए लिखा है कि ' ये क्या है ?'.

एक तरह से राजद ने बताया है कि यही संसद भवन केंद्र की मोदी सरकार के लिए ताबूत का काम करेगी. दरअसल, इसाई धर्म में लोगों के निधन के बाद उन्हें ताबूत में डालकर दफनाया जाता है. वहीं राजद ने नए संसद भवन के एरियल व्यू को एक ओर तस्वीर में रखा है, जबकि ट्विट की गई दूसरी तस्वीर में ताबूत है. राजद ने एक तरह से नए संसद भवन की आकृति को लेकर भी तंज कसा है कि इसकी आकृति ताबूत वाली है. 

वहीं राजद के ट्विट के बाद भाजपा भी हमलावर है. भाजपा ने अपने आधाकारिक ट्विटर हेंडल से एक ट्विट किया है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद की सीढ़ियों और सेंगोल के सामने नतमस्तक दिखाते हुए लिखा गया है कि मंदिर, लोकतंत्र का! संयोग से भाजपा का यह ट्विट राजद के ट्विट के बाद आए है जो एक तरह से राजद को जवाब देने की कोशिश की गई है. भाजपा की ओर से यह भी कहा गया है कि वर्ष 2024 में देश की जनता इसी ताबूत में राजद को बंद कर देगी. 

संसद के उद्घाटन का पहले से ही राजद सहित देश के करीब 20 विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं. उन्होंने इसका बहिस्कार भी कर रखा है. अब राजद ने अपने ट्विट में नए संसद भवन और ताबूत को आमने आमने पेश कर नया बवाल खड़ा कर दिया है.