- दरभंगा पहुंचे वीआईपी प्रमुख ने कहा, यहां के लिए मैं नेता नहीं बेटा हूं

- 12 सालों में आपके सहयोग से हमने निषादों की परिभाषा बदल दी : मुकेश सहनी

- दरभंगा पहुंचे वीआईपी प्रमुख ने कहा, यहां के लिए मैं नेता नहीं बेटा हूं

पटना, 20 जून। विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने आज दरभंगा पहुंचे। यहां बिरौल में आयोजित कुशेश्वर स्थान विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भले ही मैं कहीं के लिए नेता  हूं, लेकिन दरभंगा के लिए मैं आपका बेटा हूं और आपका साथी हूं।

उन्होंने कहा बिहार में निषाद के कल्याण के लिए पिछले 12 सालों से संघर्ष कर रहा हूं, लड़ाई लड़ रहा हूं। आजादी के बाद से निषादों को कोई पहचानता नहीं था। चुनाव के समय केवल निषादों के वोट को खरीदा जाता था। लेकिन 12 सालों में हमने निषादों की परिभाषा बदल दी। 

आज लोग मानते है कि निषाद अब केवल मछली मारने वाला नहीं सरकार बनाने वाला भी है। यह हमने कर के दिखलाया भी है। 

उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा पहले बच्चों को पढ़ाइए और एकजुट होकर संघर्ष कीजिए। जब संघर्ष होगा तो निषाद को आरक्षण भी मिलना तय है। कल अगर हमारे पूर्वज लड़ाई लड़े होते तो हमें संघर्ष नहीं करना पड़ता। 

श्री सहनी ने कहा कि अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ती है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर नहीं होते तो आरक्षण भी नहीं होता।  अगर आज पिछड़ों और अति पिछड़े को आरक्षण है तो बीपी मंडल की देन है। हमें भी अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी।

उन्होंने कहा कि इस साल विधानसभा चुनाव है और हम सब को इस बार अपनी ताकत दिखानी है। हमें ऐसी सरकार बनानी है जो गरीबों की सरकार हो और उसकी समस्याओं के समाधान करने की सोचे। हमें पांच किलो अनाज नहीं हमे आने वाली पीढ़ी का उज्जवल भविष्य चाहिए।