आरा : प्रेम-प्रसंग के चलते हुई थी केक दुकानदार की हत्या, बैंगलोर से बुलाए गए थे शूटर, छह गिरफ्तार...
आरा: भोजपुर जिले के बिहिया थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा बाजार वार्ड नंबर 8 में एक बेकरी दुकानदार की गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। जिस के मामले में भोजपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दुकानदार की हत्या मामले में भोजपुर पुलिस ने छह अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों में चार शूटर, एक लाइनर और एक सुपारी देने वाला मौजूद है। सभी गिरफ्तार आरोपियों को भोजपुर पुलिस की टीम ने अलग अलग इलाकों से गिरफ्तार किया है।पुलिस को अपराधियों के पास से एक देसी कट्टा, 3 मोबाइल और एक बाइक बरामद किया गया है।
दुकानदार हत्याकांड का खुलासा भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर किया। भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बिहिया थाना क्षेत्र के राजा बाजार वार्ड नंबर 8 निवासी आशुतोष प्रसाद के पुत्र मनोहर उर्फ मिंची यादव को 10 जून को देर रात करीब 11 बजे तीन अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में मृतक के पिता के द्वारा बिहिया थाना में अज्ञात के विरुद्ध कांड दर्ज कराया गया था।
कांड दर्ज होने के बाद उक्त घटना में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु अधौहस्ताक्षरी द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जगदीशपुर के नेतृत्व में थानाध्यक्ष बिहिया तथा थाना बलों के साथ एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम के द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस ने तकनीकी आधार पर कांड में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की है।
इस घटना में दो से तीन संख्या में अपराधी आए थे जो केक मांगने के बहाने युवक को गोली मार कर हत्या कर दी थी और मौके से फरार हो गए थे। इस घटना में सड़क जाम भी किया गया था।
गिरफ्तार अभियुक्त ने बैंगलोर के शूटर को दिया था सुपारी के तौर पर 80 हजार नगद...
वहीं उन्होंने बताया कि इस मामले में पहले दो क्लू मिले थे, लेकिन तकनीकी, सीसीटीवी और अन्य चीजों की मदद ली गई। साथ ही जैसे परिजनों ने जो हुलिया बताया था उन सभी साक्ष्यों का अनुसंधान किया गया है।
घटना का कोई ट्रैस नहीं मिल रहा था, जिसके बाद मृतक के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया और जिस नंबर पर ज्यादा बात हुई थी, उसकी जांच की गई तब परत दर परत मामला खुलता गया। उसके बाद लालबाबू प्रसाद को गिरफ्तार किया गया और से पूछताछ की गई। तब मामले का उद्भेदन हुआ। मामले में सूटर, लाइनर, सुपारी देने वाला समेत छह गिरफ्तारी हुई है, एक अन्य अभियुक्त फरार है।
यह एक सुपारी किलिंग हत्या थी। इस मामले में एक अभियुक्त लालबाबू प्रसाद है। जिनका घर मींची के घर के दूसरे साइड है। उनका कहना है कि पत्नी के प्रेम-प्रसंग से आक्रोशित लालबाबू प्रसाद पूर्व के अपराधियों से संपर्क किया और बिहिया के रहने वाले अपराधियों को बैंगलोर से बुलाया। डेढ़ लाख रुपये में मनोहर के हत्या की सुपारी दि।
लालबाबू की पत्नी के साथ था मिंची का अवैध संबंध...
एसपी ने बताया कि इस हत्या में लालबाबु ने हत्यारों को 80 हजार नगद दिया था। उनका यह प्लान था कि दो तीन अपराधी हत्या करेंगे, एक लाइनर का काम करेंगा और दो अपराधी ऐसे थे जो दोनों का मुलाकात करवाएं थे। साथ ही एक अपराधी हत्या करवाया। इस प्रकार से छह अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।
एसपी ने बताया कि लाल बाबू प्रसाद की पत्नी कपड़ा सिलाई करने का काम करती है, जो बेकरी दुकानदार के घर के कपड़ों की भी सिलाई करती थी। इसलिए दोनों का एक-दूसरे के घर पर आना-जाना था।
बेकरी दुकानदार भी उसके घर कपड़े देने जाया करता था। साजिशकर्ता को इस बात की भनक लग गई थी कि उसकी पत्नी और बेकरी दुकानदार के बीच अवैध संबंध है। दोनों बगल के एक सुनसान मकान में मिलते भी हैं। इसलिए उसने गुस्से में हत्या कराने का षड्यंत्र रच दिया।
गिरफ्तार अभियुक्तों में बिहिया थाना क्षेत्र के जमुआ गांव निवासी स्व दिनेश यादव के पुत्र गुड्डू कुमार यादव, कुलई गांव निवासी राम सुंदर यादव के पुत्र कमलेश कुमार उर्फ कमलबास यादव,कुलई गांव निवासी लाल बिहारी यादव के पुत्र उमेश यादव उर्फ तबेला यादव, बिहिया वार्ड नंबर 8 निवासी महावीर प्रसाद के पुत्र लालबाबू प्रसाद, धरहरा गांव निवासी भगवान यादव के पुत्र दसई यादव, बेलवानिया गांव निवासी रंजन नट के पुत्र धनजी नट शामिल है।