मांझी जाएंगे दिल्ली ,भाजपा के शीर्ष नेताओ से होगी मुलाकात .. हो सकता है बड़ा फैसला ---क्या है रणनीति ?

मांझी जाएंगे दिल्ली ,भाजपा के शीर्ष नेताओ से होगी मुलाकात .. हो सकता है बड़ा फैसला ---क्या है रणनीति ?
मांझी जाएंगे दिल्ली ,भाजपा के शीर्ष नेताओ से होगी मुलाकात .. हो सकता है बड़ा फैसला ---क्या है रणनीति ?

बिहार में मचे सियासी घमासान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 19 जून को दिल्ली जा रहे हैं. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की 19 जून को राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक होगी और उसके बाद मांझी दिल्ली जाएंगे. जीतन राम मांझी के साथ संतोष सुमन भी दिल्ली जायेंगे. सूत्रों के अनुसार मांझी दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मांझी मुलाकात करेंगे. 

दरअसल, इस मुलाकात के पीछे एनडीए में शामिल होने को लेकर फाइनल बातचीत हो सकती है. इसमें मुख्य रूप से अमित शाह से बातचीत के बाद मांझी एनडीए में शामिल होने का एलान कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि मांझी की भाजपा नेताओं से होने वाली मुलाकात के दौरान जिन प्रमुख मुद्दों पर बातचीत होगी उसमें कई शर्तों पर चर्चा होगी. मांझी अपनी पार्टी का विलय भाजपा में करेंगे या फिर वे एनडीए का हिस्सा होंगे इसे लेकर अहम चर्चा होगी.

इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सीटों के बंटवारे का मुद्दा भी अहम होगा. संतोष सुमन ने पहले ही कहा था कि उनकी पार्टी 5 लोकसभा सीटें चाहती हैं. लेकिन नीतीश कुमार ने मांझी की पार्टी की इस शर्त को नहीं माना. अब भाजपा के साथ कितनी सीटों पर मांझी समझौता करते हैं यह बेहद अहम होगा. वहीं 19 जून को हम की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मांझी राज्यपाल से मुलाकात के बाद महागठबंधन से समर्थन वापस लेने का ऐलान करेंगे.

दलित समुदाय में मुसहर जाति से आने वाले मांझी को लेकर बिहार में भाजपा बड़ा दांव खेल सकती है. राज्य में अगले चुनाव में मांझी को एक दलित चेहरे के रूप में पेश कर दलितों के बीच भाजपा अपना जनाधार मजबूत करने की दिशा में बढ़ सकती है. इसके अलावा नीतीश कुमार के खिलाफ बिहार में कई दलों के साथ का एक गठजोड़ भी भाजपा बनाना चाहती है. इसमें चिराग पासवान, पशुपति पारस, उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी प्रमुख चेहरे हैं जो अलग अलग जातीय समीकरणों के हिसाब से वोटों की सियासत पर पकड़ रखते हैं.