आनन्द मोहन की आड़ में दुर्दान्त अपराधियों को जेल से छुड़ाना दुर्भाग्यपूर्ण...
पटना : बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने आनन्द मोहन की आड़ में दुर्दान्त अपराधियों को जेल से मुक्त करने के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण है।
सिन्हा ने कहा कि आनन्द मोहन को राजनीतिक कारणों से तत्कालीन सरकार द्वारा फँसाया गया था। उनकी रिहाई स्वागत योग्य है। सरकार को उनसे माँफी मांगनी चाहिए। लेकिन उनकी आड़ में अन्य 26 अपराधियों की रिहाई सूची में नाम देख कर बिहार के लोग स्तब्ध हैं।
सिन्हा ने कहा कि वर्ष 2016 में जेल मेनुअल में संशोधन आनन्द मोहन पर बदले की भावना से कार्रवाई करने के लिए की गई थी। उसी संशोधन का परिणाम है कि सम्पूर्ण सजा काटने के बाद भी उनकी रिहाई नहीं हुई। अब आनन्द मोहन का बहाना बनाकर नया संशोधन किया गया है। लेकिन असली मकसद राजद द्वारा पोषित कुख्यात अपराधियों को छुड़ाना है।
विजय सिन्हा ने कहा कि रिहाई के लिए दुर्दान्त अपराधियों की लम्बी सूची देखकर जेल के बाहर अपराधियों का मनोबल मजबूत होगा। वैसे ही राज्य में पिछले 9 माह से अपराधियों के कहर से जनता परेशान है। अब 1 सूची के बाद दूसरी, तीसरी, चौथी रिहाई सूची जारी करने का अनन्त सिलसिला शुरू होने वाला है।