अशोक चौधरी दलबदलू नेता है ,लालू यादव नहीं होते तो वे जेल में होते --सुनील सिंह (विस्कोमान).. क्या है रणनीति ?

अशोक चौधरी दलबदलू नेता है ,लालू यादव नहीं होते तो वे जेल में होते --सुनील सिंह (विस्कोमान).. क्या है रणनीति ?
अशोक चौधरी दलबदलू नेता है ,लालू यादव नहीं होते तो वे जेल में होते --सुनील सिंह (विस्कोमान).. क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : महागठबंधन में आपसी टकराव बढ़ता ही जा रहा है. जेडीयू और आरजेडी के नेता खुल कर आमने सामने हैं. इसमें राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी तो हर रोज़ दल बदलते हैं. वे सबसे बड़े दलबदलू हैं. सुनील सिंह ने कहा कि अशोक चौधरी को याद रखना चाहिए कि अगर लालू यादव नहीं होते तो वे जेल में होते. कांग्रेस नेता राजो सिंह की हत्या में अशोक चौधरी का प्रमुखता से नाम आया था. लालू-राबड़ी राज को जंगलराज कहने वाले अशोक चौधरी को याद रखना चाहिए कि लालू यादव नहीं होते तो वे जेल में होते.

उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी ऐसे नेता हैं जो कई घाट का पानी पी चुके हैं. अब विधानसभा 2025 में भी वे नीतीश कुमार को छोड़ देगे. उन्हें जहां फायदा मिलेगा वे वहां पर चले जाएंगे. सुनील ने कहा कि अशोक चौधरी ने विधानमंडल में राबड़ी देवी को अपमानित किया था. अब अशोक चौधरी नीतीश कुमार को भी धोखा देंगे. बता दें कि 9 सितंबर 2005 को राजो सिंह की हत्या शेखपुरा कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय के आश्रम में गोली मारकर की गई थी. बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी, तत्कालीन जदयू विधायक रणधीर कुमार सोनी, नगर परिषद शेखपुरा के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश यादव, टाटी पुल नरसंहार के सूचक मुनेश्वर प्रसाद, लट्टू पहलवान सहित अन्य लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी. हालांकि बाद में इस मामले में पुलिस ने मंत्री अशोक चौधरी, पूर्व विधायक रणधीर कुमार सोनी, लड्डू पहलवान, मुकेश यादव और मुनेश्वर प्रसाद को हत्या के मामले में आरोप पत्र समर्पित नहीं किया था.