नए संसद भवन के उद्घाटन में काँग्रेस ने निकाला प्रतिरोध मार्च -बोल नए संसद भवन की जरूरत नहीं .. क्या है राजनीति?
NBL PATNA: नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं कराने के विरोध में कांग्रेस ने रविवार को पटना में प्रतिरोध मार्च निकाला. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में जुटे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बोरिंग रोड चौराहा से अंबेडकर की प्रतिमा हाईकोर्ट तक प्रतिरोध मार्च निकाला. नए संसद भवन के निर्माण के औचित्य पर सवाल उठाते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने कहा कि पुराने संसद भवन में फिलहाल सांसदों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह थी लेकिन नया संसद भवन बनाया गया. इसका कोई औचित्य नहीं था.
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमारी शुरू से मांग रही कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाना चाहिए था. यह हमारी संवैधानिक व्यवस्था के अनुरूप होता. यह हमारे लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष दोनों का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रपति का उचित सम्मान होता. संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति ही संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री से संसद भवन का उद्घाटन कराना कहीं से भी औचित्य पूर्ण नहीं है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. देश की अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर केंद्र सरकार से अनुरोध किया लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसलिए विपक्ष के पास लोकतंत्र की मर्यादा के सम्मान में और राष्ट्रपति के गौरव को बचाने के लिए बहिष्कार ही एक मात्र उपाय बचा
प्रतिरोध मार्च में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित कई विधायक, एमएलसी और पार्टी कार्यकर्ता शामिल रहे.