आरा : वीकेएसयू के परीक्षा नियंत्रक के आवास से 50 लाख की चोरी...

आरा : वीकेएसयू के परीक्षा नियंत्रक के आवास से 50 लाख की चोरी...

आरा : नवादा थाना क्षेत्र के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय कैंपस स्थित परीक्षा नियंत्रक के बंद आवास में बीती रात चोरों ने चोरी की भीषण घटना को अंजाम दिया है। 54 निजी गार्ड और 15 सीसीटीवी कैमरे को चकमा देकर चोर लाखों की संपत्ति सूटकेस में भरकर ले गए। सुरक्षा में तैनात निजी एजेंसी के गार्ड को इसकी भनक तक नहीं लगी। चोर गिरोह के सदस्यों को करीब चालीस से पचास लाख के गहने, डेढ़ लाख नगद और अन्य कीमती सामान हाथ लगे हैं। मामले में नवादा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। 

विवि कैंपस स्थित आवास में रह रहे परीक्षा नियंत्रक सह पीजी दर्शनशास्त्र के हेड डॉ शिव परसन सिंह ने बताया कि 6 एवं 7 सितंबर को जन्माष्टमी और चेहल्लुम का अवकाश था। इस दरम्यान अपने आवास में ताला बंद कर गांव चले गये थे। बेटी को भी बनारस भेज दिया था। 8 सितंबर को जब गांव से वापस लौटा तो ड्यूटी के लिए परीक्षा विभाग चला गया। बेटी भी पढ़ाने के लिए अपनी ड्यूटी पर चली गई।

वापस जब दोपहर करीब 11:30 बजे क्लास लेकर बेटी क्वार्टर पहुंची तो पता चला कि आवास पर चोरी हो गई है। बेटी ने इसकी जानकारी मुझे मोबाइल फोन पर दी जिसके बाद मैं भागता-भागता क्वार्टर पहुंचा। वहां जाने के बाद मैं दंग रह गया। गोदरेज को खोलकर चोर गहने, नगद राशि और महंगी साड़ी को चुरा ले गए। मेरी पत्नी एवं बेटी का गहना गोदरेज में रखा था। पलंग के नीचे से सूटकेस को चोरों ने निकाला। उसमें सामान भरकर ले गए। एसपी और स्थानीय थाने को आवेदन देकर चोर को पकड़ने का गुहार लगाया हूं।

चोरों ने मुख्य दरवाजे से घर में प्रवेश नहीं कर चाहरदीवारी फांद कर पीछे से घर में प्रवेश किया है। मुख्य दरवाजा में ताला बंद था। चोरों ने पीछे का दरवाजा तोड़ कर अंदर प्रवेश किया है। इसके बाद सभी कमरों को तोड़कर उसमें रखे समानों पर हाथ साफ़ कर लिया। बताया जाता है कि चोरों ने चालीस से पचास लाख के जेवरात, डेढ़ लाख नगद और अन्य समान चुराया है। जेवरात में हीरा सहित सोने की अंगूठी, हार, मंगलसूत्र, कंगन आदि गहने को चुराया गया है। मालूम हो कि चोरी गये जेवरात परीक्षा नियंत्रक की पत्नी और उनकी बेटियों का है।

चोरी की घटना से विवि की सुरक्षा में लगे गार्डों की ड्यूटी पर सवाल खड़ा होने लगा है। क्योंकि रात में एक दर्जन से अधिक गार्ड पुराने परिसर में जगह जगह तैनात रहते है। इधर, कैंपस में प्रवेश का भी एक ही रास्ता है। ऐसे में चोर कैंपस में कैसे पहुंचें यह बड़ा सवाल है। चोर अगर कैंपस की चाहरदिवारी फांद कर पहुंचे है तो ड्यूटी पर तैनात गार्ड को कैसे भनक नहीं लगी। जहां पर परीक्षा नियंत्रक का आवास है उसके पीछे में प्रोवीसी का आवास है। जहां 24 घंटे सुरक्षा में गार्ड रहते है। अगर चोर परीक्षा नियंत्रक के आवास में पीछे से भी फांद कर प्रवेश किये है तो गार्ड को भनक क्यों नहीं लगी।