पटना से आरा...ना बाबा ना! माथा दर्द करा देगा कोईलवर जाम, टस से मस होने का नाम नहीं ले रहे बालू लदे ट्रक...

पटना से आरा...ना बाबा ना! माथा दर्द करा देगा कोईलवर जाम, टस से मस होने का नाम नहीं ले रहे बालू लदे ट्रक...

आरा : भोजपुर जिले के कोईलवर में जाम की समस्या को लेकर सोन नदी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा के तत्कालीन सांसद आरके सिंह के प्रयास से सिक्स लेन का नया पुल बनाया गया। मगर, आज भी कोईलवर में जाम की समस्या पहले जैसी ही बनी हुई है। बालू लदे ट्रकों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। ऐसा लगता है कि पूरे देश का ट्रक सिर्फ और सिर्फ कोईलवर से बालू ढोने के काम में लगे हुए हैं। ट्रकों की लंबी कतारें नेशनल हाईवे पर लगी रहती है। जाम की वजह से बनी ये समस्या अब आम लोगों के लिए पहाड़ बन गई है।

जिस नेशनल हाईवे का निर्माण आरा से पटना सहूलियत से पहुंचे के लिए कराया गया था, आज उसकी दुर्दशा बनी हुई है। जिस सिक्स लेन पुल का निर्माण शहरवासियों के लिए वरदान साबित करना था, आज उस पुल पर कई दिनों तक बालू लदे ट्रक को खड़ा रहते है। जिसकी वजह से एक तरफ का पुल साफ तौर पर आम लोगों के वाहनों के लिए बंद हो चुका है। सड़क जाम की हालात से ये समझने में देर नहीं लगी कि आखिर किस तरह से गाड़ियां पिछले तीन दिनों से सड़क पर लगी हुई हैं। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे आम हो या खास सभी लोग परेशान हैं। जिले के कोईलवर के नए सिक्स लेन पुल पर तीन-तीन लेन में गाड़ियां खड़ी हैं।

वहीं, जाम की वजह से परिचालन में भी लोगों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। कोईलवर के मनभावन मोड़ से लेकर पटना जिले के बिहटा तक वाहन रेंगते हुए जा रहे हैं। जब पटना जिले से कोई गाड़ी भोजपुर पहुंच रही है तो उसे उसी साइड से आना पड़ रहा है, जिस साइड से गाड़ी जा रही है। जिसके कारण हर दिन स्कूली बच्चे और नौकरीपेशा वालों को परेशानी हो रही है। बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। कोईलवर सिक्सलेन पुल पर जाम के कारण पुल पर खतरा मंडराने लगा है।

जाम में फंसे ट्रक के ड्राइवरों ने बताया कि जब से बालू खुला है, तब से जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। महीनों जाम का सामना करना पड़ जाता है। कोईलवर में ही पिछले तीन दिनों से जाम में फंसे हैं। खाने-पीने में भी कई प्रकार की समस्या हो रही है। जाम की वजह से बालू का चालान भी खत्म हो जा रहा है। जिसकी वजह से खनन विभाग भी हम लोग को परेशान करता है। वहीं, कमाई नहीं होने की वजह से ईएमआई भी पूरी नहीं हो पा रही है।

वहीं, जाम को हटाने में लगे कोईलवर थाने की पुलिस जोर-शोर से प्रयास कर रही है। जिला खनन पदाधिकारी राजेश कुशवाहा ने बताया कि बिहटा की तरफ से ट्रक आने की वजह से हमलोग पर दबाव पड़ जा रहा है। हम लोग लगातार जाम को हटाने में लगे हुए हैं। इसी में कोई ट्रक खराब हो जाता है तो उसकी वजह से भी जाम लग जाता है। हालांकि, जाम हटाने के लिए हम लोग हमेशा तत्पर रहते हैं, जाम लगते ही उसे हटाने की कोशिश हमारी रहती है।

इस रोड से आरा, छपरा, बक्सर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी समेत बिहार के अन्य जिलों के लिए गाड़ियों का परिचालन होता है। लेकिन जाम की वजह से थोड़ी दूरी की सफर करने में घंटों क्या दिनों का भी सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को आरा के वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर पहुंचने वाले हैं। जिसकी वजह से अब तेजी से ट्रकों को बढ़ाने का काम किया जा रहा है।

आपको बता दे की पटना से लेकर आरा-छपरा तक शनिवार से जाम लगा है। वाहनों की लंबी कतार खड़ी हैं, जिसमें तीन रूट पर यातायात प्रभावित हो गया है। इसमें पहला रूट पटना से आरा का है, जिसमें 10 किमी जाम लगा था। दूसरा छपरा रूट है इसमें भी 32 किमी तक वाहन खड़े थे, आवाजाही बंद थी। तीसरा रूट सकंडी से सहार है, जिसमें 25 किमी तक जाम था।

सोमवार की रात प्रशासन को पता चला कि राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर का भोजपुर में कार्यक्रम है। सड़क मार्ग से गवर्नर वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में पहुंचने वाले हैं। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने मंगलवार की सुबह से अब तक जाम को हटा दिया। छपरा रूट से जाम हट चुका है। पटना-आरा रूट में जहां 10 किमी का जाम था, वह अब 5 किमी ही रह गया है। कुछ ही घंटों में इसके भी खत्म होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सकंडी से सहार रूट से राज्यपाल के कार्यक्रम का कोई लेना देना नहीं है। जिस कारण इस रूट पर हजारों की संख्या में वाहन अब भी फंसी हुई हैं।