मल्लाह गंगा की संतान, गंगा मां ने ही संघर्ष कर आरक्षण की लड़ाई लड़ने को किया प्रेरित : मुकेश सहनी

पटना : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी अपनी निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा के क्रम में गुरुवार को गया पहुंचे। यात्रा की शुरुआत उन्होंने बेलागंज से की। यात्रा की शुरुआत करते हुए उन्होंने जोर देकर कहा कि अपने हक की लड़ाई खुद ही लड़नी होगी, कोई दूसरा हमारे अधिकार की लड़ाई लड़ने नहीं आएगा।

उन्होंने कहा कि मल्लाह जाति गंगा मैया की संतान है और गंगा मैया ने ही संघर्ष कर आरक्षण की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि संघर्ष से कुछ भी पाना मुमकिन है। उन्होंने लोगों को एकजुट होने का मूलमंत्र देते हुए कहा कि अगर हम एकजुट हुए तो बिहार में अपने दम पर सरकार बनायेंगे। इस दौरान सहनी ने बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों को हाथ में गंगाजल देकर निषादों को आरक्षण दिलाने के लिए तथा अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए संकल्प करवाया।  

यहां से रवाना होने के बाद लोगों का हुजूम संकल्प यात्रा में साथ आगे बढ़ा। इसके बाद यह यात्रा टेकारी और बैजूधाम ग्राउंड पहुंचा। यहां भी सभा का आयोजन किया गया। सहनी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आजादी के वर्षों बाद भी हम अपनी पहचान नहीं बना पाए हैं। उन्होंने कहा कि सम्मान और अधिकार के लिए संकल्प लेना होगा। उन्होंने साफ लहजे में केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आरक्षण नहीं तो किसी हाल में कोई समझौता नहीं होगा। 

उन्होंने कहा कि मल्लाह जाति के लोग जाल में मछली फंसाते हैं खुद फंसते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पहले आरक्षण मिलेगा फिर कोई भी समझौता होगा। वीआईपी के नेता ने लोगों को सिर उठाकर जीने का मंत्र देते हुए कहा कि आप सभी बच्चों को पढ़ायें और अपने अधिकार के लिए संघर्ष करें।