राजनीतिक पकड़ के लिए समाज के युवाओं को शैक्षणिक क्षेत्रों की ओर मजबूती से बढ़ना होगा : मुकुल आनंद

राजनीतिक पकड़ के लिए समाज के युवाओं को शैक्षणिक क्षेत्रों की ओर मजबूती से बढ़ना होगा : मुकुल आनंद

आरा : रविवार को स्थानीय नयन उत्सव पैलेस में भारतीय विश्वकर्मा महासंघ की जिला स्तरीय सम्मेलन संपन्न हुई जिसकी अध्यक्षता शिव प्रसाद वैश्य एवं संचालन अविनाश शर्मा ने की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद, बेबी चंकी, डा. सुधीर शर्मा एवं आए हुए अतिथियों को माल्यार्पण एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। भगवान विश्वकर्मा के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकुल आनंद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा वर्तमान परिवेश में आए दिनो से विश्वकर्मा समाज के लोग कही न कही उत्पीड़न सह रहे है। विश्वकर्मा समाज का जमीन यादवों एवम उच्च जातियों के द्वारा जबरदस्ती हड़पने का मामला निरंतर पटल पर आ रहा है। समाज मजबूर वश भय वश न्याय की लड़ाई लड़ने से वंचित रह जाता है। विश्वकर्मा समाज कुंभकरण के नींद से आंखे खोले। हम बढ़ई, लोहार, स्वर्णकार, ठठेरा, कसेरा, कुम्हार एवम शिल्पकार विश्वकर्मा के बंशज है।

षडयंत्र के तहत विश्वकर्मा वंशियो को अलग अलग बांट कर रखा गया है ताकि आप शासन सत्ता के पहुंच से दूर रहे। जिस समाज की राजनीतिक पकड़ नही है उनका विकाश होना इस युग में नही दिख रहा है। राजनीतिक पकड़ हेतु समाज के युवा युवतियों को शैक्षणिक क्षेत्रों की ओर मजबूती से बढ़ना होगा। विश्वकर्मा समाज के सभी नेताओ और सामाजिक लोगो से विनम्र निवेदन है की अपने ही लोगो पर राजनीतिक विद्वेष में कीचड़ उछालना बंद करिए और समाज हित में आपसी संवाद स्थापित करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करे। वहीं मौके पर विश्वकर्मा समाज की नेत्री बेबी चंकी ने कहा विश्वकर्मा समाज आर्थिक सामाजिक रूप से संपन्न होने के बाबजूद राजनीतिक उपेक्षा का शिकार है। इस परिस्थिति में जब तक हम संगठित नही होंगे तब तक लक्ष्य की प्राप्ति नही कर सकते।

मीना शर्मा ने कहा विश्वकर्मा बंशी बढ़ई, लोहार, स्वर्णकार, कसेरा, ठठेरा, कुम्हार, सहित शिल्पकार जातियों को एकजुटता बनाए रखनी होगी ताकि विश्वकर्मा समाज की राजनीतिक के क्षेत्रों में भागीदारी मजबूत हो। इसके लिए समाज के सभी लोगो को मिलकर प्रयास करना होगा एवम महिलाओं को भी जिम्मेदारी देना होगा। महिलाओं के प्रति पुरुष वर्ग को उदारवादी विचार स्थापित करना पड़ेगा। मौके पर दिवाकर शर्मा ने कहा आज हमारे विश्वकर्मा समाज के लोगो को एकजूट होकर राजनीतिक क्षेत्र में अधिक से अधिक भाग लेने तथा अपने अपने बच्चो को उच्च शिक्षा दिलाकर समाज में अपनी दशा और दिशा बदलने की जरूरत है।

महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष बासुदेव शर्मा, प्रो बी के शर्मा, राजेंद्र पुष्कर, अजय कुमार शर्मा, कलक्टर शर्मा, मुन्ना शर्मा, अमीरचंद शर्मा, भोला शर्मा, पिंकू शर्मा, डॉ0 सुधीर कुमार शर्मा, दिनेश पंडित, प्रेमचंद गुप्ता, पत्रकार अरुण शर्मा, श्याम नारायण शर्मा, संतोष प्रसाद, बिंदेश्वरी शर्मा, सरपंच मनोज शर्मा, मुखिया मोहन शर्मा, अरुण शर्मा, प्राचार्य वशिष्ठ शर्मा वैश्य, राजेश शर्मा उर्फ कवि राज कवि,धनुपारा देवी, अनीता देवी, ओमप्रकाश मुन्ना, अशोक शर्मा,मंटू शर्मा, आदि वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।

अध्यक्षीय संबोधन में शिव प्रसाद वैश्य ने आए हुए विश्वकर्मा समाज के लोगो का आभार व्यक्त करते हुए कहा इस संगठन के उद्देश्य वास्तविक में समाज के हर तबके के विकास से जुड़े हुए है। यह संगठन निरंतर मजबूत होगी और साथ ही विश्वकर्मा समाज की विकास भी धरातल पर स्पष्ट रूप से दिखेगी। पटेली शर्मा एवं भोला शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में विश्वकर्मा समाज उपस्थित हुए।