रत्नेश सदा को मंत्री बनाए नीतीश ---आखिर कौन है रत्नेश सदा --जानिए रणनीति ?
NBL PATNA :बिहार की नीतीश सरकार में आए सियासी भूचाल के बाद अब राज्य मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव करने की कवायद तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश मन्त्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया जा रहा है. सूत्रों की माने तो मुसहर समुदाय से आने वाले संतोष सुमन के इस्तीफा देने के बाद इस रिक्ति को भरने के लिए नीतीश कुमार ने बड़ी योजना बना ली है. उन्होंने मुसहर जाति से आने वाले को ही मंत्री बनाने की तैयारी की है.
संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू अध्यक्ष ललन सिंह, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित अन्य नेताओं की मुलाकात हुई. इसमें रत्नेश सदा को मंत्री बनाने की चर्चा हुई जो मौजूदा समय में विधानसभा में सचेतक हैं. वे सहरसा के सोनबरसा से आते है. उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में JDU के उम्मीदवार के रूप में सोनबरसा सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. 52 वर्षीय रत्नेश सदा भी मुसहर जाति से आते हैं. ऐसे में संतोष सुमन के इस्तीफा देने से जो रिक्ति हुई है उसे अब रत्नेश सदा से भरा जा सकता है.
सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के साथ हुई महागठबंधन नेताओं की बैठक में उनके नाम पर चर्चा हुई. रत्नेश सदा को बिहार के सीएम नीतीश का खास माना जाता है. वे जीतन राम मांझी की जाति से आते हैं. ऐसे में संतोष सुमन के जाने से मुसहर समुदाय को एक ठोस संदेश देने के लिए रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है.
हालांकि रत्नेश सदा ने फ़िलहाल इस संभावना पर कुछ भी नहीं कहा हुई. उन्होंने कहा कि वे पटना से बाहर हैं. मंत्री बनाने को लेकर उनसे सम्पर्क नहीं किया गया है. मांझी के बेटे के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि संतोष सुमन का इस्तीफा देना कतई उचित नहीं है. वहीं सूत्रों का कहना है कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाने का नीतीश कुमार ने निर्णय ले लिया है. जल्द ही उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.