आज नीतीश कैबिनेट में शामिल होंगे रत्नेश सदा ---जानिए कौन विभाग के बनाए जाएंगे मंत्री ?

आज नीतीश कैबिनेट में शामिल होंगे रत्नेश सदा ---जानिए कौन विभाग के बनाए जाएंगे मंत्री ?
आज नीतीश कैबिनेट में शामिल होंगे रत्नेश सदा ---जानिए कौन विभाग के बनाए जाएंगे मंत्री ?

NBL PATNA : महागठबंधन की लगभग 10 माह पुरानी सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार आज किया जाएगा। सोनवर्षा से तीन बार विधायक रहें रत्नेश सदा मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ लेंगे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर उन्हें पद की गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। राजभवन सचिवालय ने उन्हें निमंत्रण पत्र भेज दिया है। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार समेत अन्य लोग मौजूद होंगे। 

मनोनीत मंत्री रत्नेश सदा शपथ ग्रहण करने के लिए जब राजभवन पहुंचेंगे तो उनके साथ उनकी मां के अलावा उनकी पत्नी, बेटा और बहू भी साथ होंगे। रत्नेश सदा के लिए यह काफी अहम पल होगा।  बता दें 2020 के विधानसभा चुनाव में रत्नेश सदा ने सोनवर्षा विधानसभा सुरक्षित सीट से जदयू प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी तरनी ऋषिदेव को 13466 वोट से पराजित किया था।

संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि मंत्रिमंडल विस्तार में राजद और कांग्रेस कोटे से भी कुछ नए चेहरों को मंत्री पद दिया जाएगा। लेकिन फिलहाल ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा यह मंत्रिमंडल विस्तार नहीं है। उन्होंने बताया कि मंत्री का जो एक पद रिक्त हुआ है, उसे भरा जा रहा है। 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की महाबैठक के बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर सरकार विचार-मंथन करेगी।

भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने 16 जून को प्रस्तावित नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि दागी मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि पिछले बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने स्वयं सदन में कांटी हत्याकांड के आरोपी मंत्री इसरायल मंसूरी की जांच कराने की बात कही थी।

लेकिन सदन में मेरे द्वारा उन्हें कागजात उपलब्ध कराए जाने के बावजूद न तो एफआइआर दर्ज हुई न ही बर्खास्त किया गया। अन्य विवादित, दागी और बाहुबली मंत्रियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रस्तावित फेरबदल में पांच-पांच विभाग की जिम्मेदारी से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुक्त किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य, पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य और नगर विकास विभाग का कार्य ठप हो गया है, क्योंकि न तो इनके पास समय है और न ही इनकी रुचि बिहार के विकास में है।