बंगाल के जेल में बैठ कर रची आरा में ऐक्सिस बैंक लूटने की साजिश, एक गिरफ्तार...

बंगाल के जेल में बैठ कर रची आरा में ऐक्सिस बैंक लूटने की साजिश, एक गिरफ्तार...

आरा : नवादा थानाक्षेत्र अन्तर्गत पकड़ी सर्किट हाउस रोड स्थित एक्सिस बैंक से दिनदहाड़े 17 लाख रुपये की डकैती किए जाने के मामले का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पश्चिम बंगाल के वर्धमान जेल में बंद कुख्यात निरंतक ने एक्सिस बैंक लूट का षड्यंत्र रचा था। गैंग से जुड़े एक सदस्य सन्नी कुमार को सारण जिले के दरियापुर क्षेत्र से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने दी।

उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अपराधी वैशाली जिले के भगवानपुर थाना के इमादपुर गांव का मूल निवासी है। पूछताछ में पकड़े गए अपराधी ने न सिर्फ बैंक लूट कांड में संलिप्तता स्वीकार की है, बल्कि कांड में शामिल अपने साथियों के भी नाम बताए हैं। उसकी निशानदेही पर लूट कांड में प्रयुक्त बाइक को पटना से बरामद किया गया है। अभी तक के अनुसंधान में छह-सात लोगों की संलिप्तता की बात सामने आई है। अन्य की गिरफ्तारी को छापेमारी चल रही है। मास्टर माइंड निरंतक वैशाली जिला के औद्योगिक थाना क्षेत्र घनौती का रहने वाला है। मामूली मोबाइल चोर से इंटरस्टेट गैंगस्टर बन चुका है।

फिलवक्त पश्चिम बंगाल के वर्धमान जेल में बंद है। जेल से ही बिहार के जिलों में ही नहीं, दूसरे स्टेट में बैंक लूट एवं अपहरण आदि आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलवा रहा है। जांच में खुलासा हो चुका है कि कुख्यात ने वर्धमान जेल में बैठे-बैठे बिहार के कई अन्य जिलों में कई कांडों को अंजाम दिलवाया है। हर बार की घटना में नए लड़कों का इस्तेमाल किया जाता है।

गैंग में शामिल सदस्य वैशाली, छपरा, समस्तीपुर एवं मुजफ्फरपुर आदि जिलों के निवासी है। मालूम हो कि छह दिसंबर 2023 को आरा के एक्सिस बैंक में हथियार बंद अपराधियों ने सुबह सवा दस बजे के आसपास धावा बोलकर करीब 17 लाख रुपये लूट लिए थे। इसे लेकर मैनेजर ने अज्ञात पांच अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी कराई थी। गैंग चिह्नित होने के बाद से ही पुलिस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी को लगातार राज्य के बाहर भी गिरफ्तारी के लिए गई थी।

मुख्य मास्टर माइंड निरंतर को पुलिस रिकार्ड में अलग-अलग पांच नाम से जाना जाता है। निरंतक के अलावा, रूप सिंह बंगाल उर्फ शुभम पटेल उर्फ सुरज सिंह उर्फ बुटन के नाम से जाना जाता है। परिवार वैशाली के औद्योगिक क्षेत्र में रहता है। इस कांड में भी उसे रिमांड किया जाएगा।

एसपी ने बताया कि गैंग के सदस्यों ने वारदात को अंजाम देने से पहले रेकी भी की थी। पुलिस को भी साक्ष्य मिले थे। गाड़ी के रंग का कलर बदलवाकर वारदात को अंजाम देने आए थे। गैंग के सदस्य पटना में अलग-अलग किराए पर मकान लेकर अपराधिक कांडों को अंजाम देते हैं। सभी का नाम-पता का सत्यापन हो गया है। विकास समेत शेष की तलाश जारी है।