बेहतर कार्य के लिए मद्य निषेध पदक, मुख्यमंत्री के हाथों डीएम और एसपी हुए सम्मानित...
आरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा भोजपुर जिले में मद्य निषेध के क्षेत्र में शानदार कार्य करने के लिए जिले के डीएम और एसपी को पुरस्कृत किया गया है। इन दोनों पदाधिकारियों के नेतृत्व में हुए काम की बदौलत जिले को मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध पदक से सम्मानित करते हुए प्रशंसा पत्र दिया है। पटना में आयोजित मद्य निषेध दिवस के मौके पर यह सम्मान मिला है। मुख्यमंत्री के हाथों मिले सम्मान को डीएम राजकुमार ने जिले की उत्पाद विभाग की टीम और पुलिस विभाग के साथ एलटीएफ टीम को सौंप दिया है।
मालूम हो कि भोजपुर जिले में मई 2022 में डीएम राजकुमार की और उसके कुछ माह बाद एसपी प्रमोद कुमार यादव की पोस्टिंग राज्य सरकार के द्वारा की गई थी। तब से लेकर अब तक उत्पाद और जिला पुलिस के द्वारा 15000 से ज्यादा शराबबंदी का उल्लंघन करने के मामले में गिरफ्तारी हुई है। 700 वाहनों को जब्त किया गया है। इसके साथ ही ढाई लाख लीटर से ज्यादा शराब बरामद की गई है, जिसमें से दो लाख लीटर को भी नष्ट किया जा चुका है।
जिले में शराबबंदी कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए स्वान दस्ता, ड्रोन, एलटीएफ, विशेष बोट की तैनाती किए जाने के साथ-साथ एक दर्जन से ज्यादा पदाधिकारी और पुलिस बल उत्पाद विभाग को मिले हैं, वही पुलिस विभाग को भी कई पदाधिकारी और वाहन मिले हैं। मुख्यमंत्री के हाथों पदक के साथ सम्मान मिलने के बाद डीएम राजकुमार और एसपी प्रमोद कुमार ने इस सफलता का श्रेय जिले की पूरी टीम और आम लोगों को दिया हैं।
भोजपुर जिले में डीएम राजकुमार के पदस्थापन के साथ मई 2022 से अक्टूबर 2023 तक 8000 से ज्यादा शराबियों को गिरफ्तार किए जाने के साथ इन सभी से साढ़े तीन करोड़ रुपये जुर्माने की राशि उत्पाद और पुलिस विभाग के द्वारा वसूल की गई है। दूसरी तरफ रिकार्ड 1000 वाहनों की नीलामी कर तीन करोड़ रुपये से ज्यादा का राजस्व प्राप्त किया गया है। इधर, बिहार में सबसे ज्यादा 23 कांडों में ट्रायल चला कर 27 अभियुक्तों को पांच वर्ष या उससे ज्यादा की सजा दिलाई गई है।