लालू यादव का जन्मदिन हुआ मध्यरात्रि से शुरू ---परिवार ने काटे केक .. लोगों ने दी बधाई ---जानिए कैसे शुरू हुआ ?

लालू यादव का जन्मदिन हुआ मध्यरात्रि से शुरू ---परिवार ने काटे केक .. लोगों ने दी बधाई ---जानिए कैसे शुरू हुआ ?
लालू यादव का जन्मदिन हुआ मध्यरात्रि से शुरू ---परिवार ने काटे केक .. लोगों ने दी बधाई ---जानिए कैसे शुरू हुआ ?

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रविवार को 76 वर्ष के हो गए। 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज में पैदा हुए लालू यादव के जन्मदिन पर शुभकामनाओं का दौर शनिवार मध्य रात्रि से ही शुरू हो गया। लालू के पारिवारिक सदस्यों ने सबसे पहले मध्य रात्रि में केक काटकर उनका जन्मदिन सेलिब्रेशन शुरू किया। लालू यादव ने अपनी बेटियों के बच्चों संग देर रात केक काटा।https://youtu.be/Pbt_tryEPXs

उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती ने लालू यादव के जन्मदिन सेलिब्रेशन की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते किया है। अपने पिता को जन्मदिन की बधाई देते हुए मीसा भारती ने लिखा है, भगवान करे आपकी जिंदगी के आने वाले साल ऐसे ही ख़ुशी और आनंद से भरे रहे। सबसे अच्छे पापा को जन्मदिन मुबारक हो! तस्वीरों में लालू यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित अपनी बेटियों और नाती-नातिनों के साथ केक काटते दिख रहे हैं।

तेजस्वी यादव ने भी अपने पिता के जन्मदिन पर उन्हें सामाजिक न्याय का महानायक करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, देश-विदेश में बिहार का नाम रोशन करने वाले, मजबूत शख्सियत एवं दृढ़ व्यक्तित्व के धनी, सामाजिक न्याय के प्रणेता आदरणीय लालू प्रसाद यादव जी को अवतरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।

लालू यादव का जन्मदिन मनाने के लिए रविवार को राजद की ओर से जोरदार तैयारी की गई है। पटना स्थित पार्टी मुख्यालय में भव्य आयोजन की योजना है। सुबह से ही पटना के वीरचंद पटेल पथ स्थित राजद कार्यालय और राबड़ी आवास के बाहर लालू के समर्थकों का हुजूम उमड़ने लगा है। वहीं राज्य के सभी जिलों में पार्टी कार्यालयों में भी लालू का जन्मदिन मनाया जाएगा।https://youtu.be/o4N6VPsoPpkhttps://youtu.be/o4N6VPsoPpkhttps://youtu.be/o4N6VPsoPpk

लालू यादव ने 1977 में जेपी आंदोलन के बाद पहली बार छपरा से लोकसभा का चुनाव जीता था। बाद में कांग्रेस के खिलाफ बिहार में सियासी सफलता पाई और 1990 में पहली बार मुख्यमंत्री बने। हालांकि चारा घोटाला में नाम आने के बाद 1996 में उन्होंने सीएम पद छोड़ दिया और पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया। वहीं 2004 से 2009 तक लालू केंद्र में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में रेल मंत्री रहे। उन्हें चारा घोटाला में सजा हो चुकी है। पिछले साल ही किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए लालू पैरोल पर जेल से बाहर आए और तब से जमानत पर चल रहे हैं।