'चलो तुम्हें तेल कंपनी में जॉब दिलाते हैं', ईरान के ड्रग तस्करों के चंगूल में ऐसे कैद हुआ भोजपुर का गौरव...
आरा : विदेश में नौकरी करने गए भोजपुर जिले के पिरो प्रखंड के सुखरौली गांव के एक युवक को ईरान के ड्रग तस्करों ने बंधक बना लिया है। घटना के बाद युवक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों को अब आप भारत सरकार और नरेंद्र मोदी पर है। वहीं किसी से अन होने की आशंका से परिवार वाले काफी परेशान हैं। बताया जा रहा है कि 29 अप्रैल को भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 173 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी।
एक संयुक्त अभियान में गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने पोरबंदर के तट पर ये ऑपरेशन किया था। इसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसकी कीमत करीब 100 करोड़ से ज्यादा बताई गई थी। एटीएस के अफसरों ने बताया कि ये पैडलर्स ड्रग्स के बदले बिहार के भोजपुर के युवक को ईरान की गैंग के पास गिरवी रखकर आए थे। 23 साल के गौरव को गैंग ने ईरान की तेल कंपनी में नौकरी के नाम पर बुलाया था।
गौरव के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि गुजरात एटीएस को पकड़े गए पैडलर्स ने ये पूरी कहानी बताई है। इधर, अब ईरान के ड्रग्स पैडलर्स गौरव के परिवार को वॉइस मैसेज और कॉल के जरिए 2 करोड़ रुपये मांग रहे हैं। ये फिरौती पाकिस्तान के नंबर से मांगी जा रही है। गुजरात एटीएस ने 11 मई को राजन को फोन किया था।
इसके बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी, अपने सांसद से बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है। गौरव के भाई राजन को गुजरात एटीएस ने 11 मई को फोन किया था। एटीएस ने पूछा कि आपका भाई ईरान से लौटा या नहीं। अधिकारियों ने परिवार को पूछताछ के लिए अहमदाबाद बुलाया। गौरव के भाई 12 मई को वहां गए। अफसरों ने पांचों आरोपियों की पहचान करवाई। इसमें एक को उन्होंने पहचान लिया। वो गौरव को ईरान ले गया था।
अफसरों ने राजन को बताया कि आपके भाई को इंटरनेशन ड्रग्स गैंग के पास गिरवी रखा गया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हम इंडिया से लोगों को ले जाते हैं और गैंग के पास गिरवी रखकर ड्रग्स उठाते हैं। गौरव के भाई राजन ने मंगलवार सुबह भी ईरानी गैंग को फोन किया था। गैंग ने उनसे कहा कि पैसे दे दो। आपके भाई को छोड़ देंगे। राजन ने जब भाई से बात करवाने को कहा तो गैंग ने कहा कि गौरव जिसके पास है वो अभी पाकिस्तान गया हुआ है।
तेल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर 15 फरवरी को गौरव को बुलाया गया था। 17 फरवरी को वो मुंबई में पहुंचा। जहां करीब 6 दिन रहने के बाद उसे ईरान ले जाया गया। 8 मई तक उसकी परिवार से बातचीत हो रही थी। उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं।
परिवार को वॉट्सऐप पर वॉइस मैसेज मिला है। इसमें युवक कह रहा है कि मुझे यहां किडनैप कर लिया गया है। ये लोग 2 करोड़ रुपये मांग रहे हैं।युवक पीरो प्रखंड के सुखरौली गांव का रहने वाला है। उसका नाम गौरव कुमार (23) है। पिता का नाम मूंगा लाल साह है।गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि हमारे बहनोई गुप्तेश्वर दुबई में एक कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने एक मिस्टर साहू (दलाल) को गौरव का नंबर दिया था। जिसके बाद उसने कहा कि वो गौरव की तेल कंपनी में नौकरी लगवा देगा।
उसने गौरव को ईरान बुला लिया। उसके बाद वह गौरव को छोड़कर फरार हो गया है। अब लगातार फिरौती की मांग की जा रही है।गौरव कुमार के बड़े भाई राजन कुमार ने बताया कि गौरव के वीजा का पैसा भी उसी एजेंट ने दिया था। गौरव से एक रुपये भी नहीं लिए गए। एक महीने का रिटर्न वीजा था। वहां पर तेल कारखाने में केवल 15 से 20 दिनों का काम कहकर ले जाया गया था। ईरान जाने के लिए गौरव 15 फरवरी को घर से ईरान के लिए पटना जंक्शन पहुंचा।पटना जंक्शन से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से मुबंई पहुंचा। जॉब एजेंट कंपनी इंटरनेशनल किडनैपर गैंग के खर्च पर मुंबई एक होटल में करीब एक सप्ताह ठहरा। उसके बाद 22 फरवरी को एयर अरबिया एयरलाइंस से शारजाह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी। शारजाह में उसे इंटरनेशनल किडनैपर गैंग हैंडलर मिस्टर साहू और सोनू ने रिसीव किया।
राजन ने बताया कि आखिरी बार जब बात हुई थी तब गौरव ने बताया था कि उसे जिस काम के लिए ईरान ले जाया गया था, उससे वह काम नहीं कराया गया। जब उसने पूछा तो उसे कुछ बताया भी नहीं जाता था। उसने बताया कि उसे शारजाह में रिसीव करने के बाद उसे हवाई जहाज से ईरान ले जाया गया।वहां चाबहार नामक जगह पर मोहम्मद करीम के घर में बंद कर दिया गया। गौरव को ठीक से खाना नहीं दिया जाता था। उसने वहां + 98 नंबर का नया सिम लिया। वह रो-रोकर फोन पर यह सब बताता था। बाद में फोन पर बात बंद हो गई। फिरौती क लिए जो मैसेज आता था वो पाकिस्तानी +92 नंबर से आता था।
गौरव कुमार की मां जगवंती देवी ने जब से अपने बेटे के किडनैप होने की खबर सुनी है तब से उनकी आंखें नम है। अपनी नम आंखों से मोदी सरकार से अपने बेटे को वापस घर सुरक्षित लौटाने की मांग कर रही हैं। उन्होंने बताया कि गौरव कुमार को कई बार वो ईरान जाने से मना कर रही थी। वह ईरान नहीं जाए, किसी एजेंट के चक्कर में नहीं पड़े। वह बोला करता था एक महीने की ही बात है वापस लौट आऊंगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब गौरव को छुड़ाने के लिए दो करोड़ की मांग लगातार की जा रही है।
राजन कुमार ने बताया कि इस मामले की सूचना स्थानीय थाने को दी है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को भी इस बात की सूचना दी गई है। उन्होंने भी आश्वासन दिया है। मूंगा लाल साह का 23 साल बेटा गौरव ईरान में बंधक बना हुआ है।
घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए भोजपुर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया कि गौरव साह के परिजनों ने इस मामले की जानकारी दी है। जिसमें बताया गया है कि ईरान में नौकरी लगाने के लिए ले जाया गया था, अब संपर्क नहीं हो पा रहा है। यह अंतर्राष्ट्रीय मामला है। पुलिस एंबेसी से मदद ले रही है। एफआईआर दर्ज कर पुलिस कार्रवाई करेगी।