बैंक लूटने आए तीन बदमाश गिरफ्तार, पांच बार बैंक-CSP लूटने के बाद पहुंचे थे आरा...

बैंक लूटने आए तीन बदमाश गिरफ्तार, पांच बार बैंक-CSP लूटने के बाद पहुंचे थे आरा...

आरा : समस्तीपुर का कुख्यात बैंक लुटेरा अपने अन्य दो साथियों के साथ आरा पहुंचा, जिसे भोजपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार की रात गिरफ्तार कर लिया है। तीनों ही अपराधी बैंक लूटने की फिराक में आरा आए थे।

इससे पहले भी इनका गिरोह पांच जिलों में बैंक और CSP की लूट की घटना को अंजाम दे चुके हैं। इसके बाद छठी बार बैंक लूटने की मंशा से अपने टीम के साथ आरा आया हुआ था, जिसे भोजपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। बदमाशों ने पूर्व में भी समस्तीपुर, सीतामढ़ी, मधुबनी, और नवादा में घटना को अंजाम दे चुके हैं।

भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि बुधवार की रात्रि गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि समस्तीपुर जिले के कुख्यात बदमाश मिट्ठू तिवारी अपने गिरोह के सदस्यों के साथ बैंक लूटपाट करने की मंशा से आरा आया हुआ है। 

सूचना के बाद पुलिस ने कुख्यात बदमाश मिट्ठू तिवारी और उनके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रात करीब 11:40 बजे रात्रि में पकड़ी चौक पहुंची तो देखा कि तेजी से बिना नंबर प्लेट का एक बाइक पर सवार तीन व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर रमना मैदान की तरफ भागने का प्रयास करने लगे जिसे सशस्त्र बलों के सहयोग से भाग रहे बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पकड़े गए अपराधियों में पहला अपराधी समस्तीपुर जिले के बाजार समिति थाना क्षेत्र अंतर्गत मथुरापुर गांव का निवासी स्वर्गीय राज कुमार तिवारी का कुख्यात अपराधी बेटा मिंटू कुमार उर्फ मिठ्ठू तिवारी, दूसरा अपराधी समस्तीपुर जिले के बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत बाजार समिति थाना क्षेत्र अंतर्गत मथुरापुर गांव निवासी किशुनदेव सिंह का बेटा छोटू कुमार सिंह और तीसरा अपराधी बेगूसराय जिले के सिघौल थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरी गांव निवासी अशोक पांडेय का बेटा मोनू कुमार शामिल है। इनके पास से एक बाइक अवैध देसी दो कट्टा और चार जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।

पूछताछ के दौरान पता चला तीनों बैंक लूटने की मंशा से आरा आए थे। गिरोह के अन्य सदस्य रामभज्जू पांडेय और बलराम तिवारी जो सीतामढ़ी जिला के रहने वाले है, वो दोनों ट्रेन या बस से देर शाम तक आरा आने वाले हैं। फिर गठित टीम द्वारा अन्य सदस्यों की काफी खोजबीन किया गया, लेकिन पता नहीं चला।