गुजरात में 36 लाख रूपये की हुई थी चोरी, भोजपुर पुलिस ने 35 लाख रूपये की बरामद तो गुजरात पुलिस ने कहा धन्यवाद...
आरा : भोजपुर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रेस वार्ता कर गुजरात के सूरत सिटी स्थित कपड़ा दुकान से हुए करीब 36 लाख रुपये चोरी का खुलासा किया है। भोजपुर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस ने धनगाई थाना क्षेत्र के दलीपपुर गांव में छापेमारी कर ड्राम में रखे 27 लाख 50 हजार रूपये के साथ एक मुख्य अभियुक्त दलिपपुर निवासी बिट्टू कुमार को गिरफ्तार किया है। भोजपुर पुलिस की टीम ने चोरी की गई टोटल 36 लाख रुपये में 35 लाख 44 हजार रुपया बरामद कर लिया है।
पुलिस को रुपए चोरी के मामले में मुख्य आरोपी दलीपपुर निवासी बिट्टु कुमार को तलाश थी। इसी दौरान गुरुवार को सूचना पाकर पुलिस आरोपी के घर पर छापामारी की और बिट्टू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पहले भी मुख्य आरोपी बिट्टू के पिता सत्येन्द्र नारायण चौधरी के साथ उनके गांव के ही रहने वाले मृत्युंजय कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया गया था। जिनके पास से पुलिस ने पहले ही चोरी के 7 लाख 94000 रुपया बरामद किया था।
बता दें कि गुजरात पुलिस 20 जून को मंगलवार की शाम भोजपुर पुलिस कप्तान प्रमोद कुमार से संपर्क किया गया था। उक्त सूचना के आधार पर अधौहस्ताक्षरी ने चोरी की गई रुपया एवं मोबाइल की बरामदगी तथा उक्त घटना में शामिल अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जगदीशपुर के नेतृत्व में थानाध्यक्ष घनगाई, डीआईयू एवं थाना के सशक्त बलों के साथ एक विशेष टीम का गठन किया गया था। गठित टीम के द्वारा दलीपपुर गांव निवासी बिट्टू कुमार के घर पर छापेमारी पैसा के साथ 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
वही भोजपुर में पहुंचे गुजरात पुलिस की टीम से जानकारी लिया गया तो उन्होंने बताया की 15 जून को सूरत सिटी स्थित एक व्यवसायी है जिनका नाम पंकज भंडारी है। उनके कपड़ा दुकान से भोजपुर निवासी चोरों के द्वारा रात में 36 लाख रुपये नकद और मोबाइल चोरी कर गया था। दुकान में चोरी की घटना होने के बाद व्यवसायी के द्वारा 16 जून को सलावतपुरा थाना में प्राथमिकी कराई गई थी। जिसके बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज समेत मोबाइल के सीडीआर खंगालने में जुट गई थी। गुजरात से आई पुलिस ने भोजपुर पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार को धन्यवाद भी दिया है और उन्होंने बताया कि इनकी कामयाबी के कारण ही इतनी बड़ी चोरी की गई रुपया कम समय में बरामद कर लिया गया है।