अखिलेश सिंह ने राहुल को प्रधानमंत्री बताकर खुद के लिए बांधी फांसी का फंडा .. क्या है पूरा मामला ?
NBL DESK : बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री बताकर मुसीबत मोल ले ली. नतीजा है कि राहुल के जन्मदिन पर अति उत्साह में जिस अखिलेश ने उन्हें भावी प्रधानमंत्री करार दिया था, उन्होंने अब वह ट्विट डिलीट कर दिया है. 19 जून को राहुल गांधी के जन्मदिन पर अखिलेश सिंह ने अपने ट्विटर संदेश में बधाई देते हुए लिखा था कि देश के निडर, ईमानदार, मेहनती नेता. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष भावी प्रधानमंत्री श्री राहुल गांधी जी को जन्मदिन की ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ. भगवान आपको देशहित में लंबी उम्र और अच्छा स्वास्थ्य दें इसकी कामना करता हूँ. अखिलेश ने अपने इस ट्विट में राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री क्या बताया कई राजनीतिक दलों और राजनेताओं की भृकुटी तन गई. अब नतीजा है कि अखिलेश सिंह ने अपना वह ट्विट डिलीट कर दिया है.
दरअसल, अखिलेश सिंह ने राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री उस समय बताया जब पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक हो रही है. इस बैठक से विपक्ष एक साझा संदेश देना चाहता है कि भाजपा के खिलाफ हम एकजुट हैं. यहां तक कि विपक्ष के कई दल जो 23 जून की बैठक में शामिल हो रहे हैं उनसे जब विपक्ष के पीएम चेहरे की बात की जाती है तो उनका साफ कहना होता है कि हम इस पर निर्णय उचित समय पर लेंगे. फ़िलहाल विपक्ष से कोई पीएम पद का चेहरा नहीं है.
वहीं अखिलेश सिंह ने राहुल गांधी को भावी प्रधानमंत्री बताकर नई अटकलों को जन्म दे दिया. इसे एक संदेश के रूप में देखा गया कि कांग्रेस चाहती है कि राहुल ही प्रधानमंत्री पद का चेहरा हों. विपक्षी एकता की बैठक के पहले अखिलेश का यह ट्विट कई दलों को रास नहीं आया. बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के घटक दलों ने भी भीतरखाने से कांग्रेस नेता के इस ट्विट पर आपत्ति जताई. जदयू और राजद के नेताओं ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि अखिलेश सिंह का राहुल को भावी प्रधानमंत्री बताना जल्दबाजी है. इससे कई दलों को भ्रामक संदेश जाएगा.
माना जा रहा है कि अखिलेश सिंह को भी उनके ट्विट से गए गलत संदेश के बारे में बता दिया गया. नतीजा है कि अब उन्होंने अपना वह ट्विट डिलीट कर दिया है जिसमें राहुल को अति उत्साह में भावी प्रधानमंत्री बता रहे थे. हालांकि बुधवार को जब उनसे हमारे रिपोर्टर ने इसे लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि कौन सा ट्विट डिलीट हुआ. खीजते हुए अखिलेश इस पर कुछ भी बोलने से बचते रहे और इधर-उधर की बातें करते रहे. एक तरह से अपने नेता को खुश करने के चक्कर में दिखाया गया अखिलेश का अति उत्साह अब उनके दल कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बन गया और मजबूरन अखिलेश ने अपना ट्विट डिलीट कर लिया.