'ये मरी नहीं है, जिंदा है', बिस्तर पर बहू को लेकर थाने पहुंचे ससुरालवाले...
आरा : भोजपुर जिले में एक महीने पुराने हत्या मामले में विवाहिता के जिंदा होने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मामला जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। विवाहिता की बरामदगी के बाद हत्या के मामले का पटाक्षेप हो गया है। अब पुलिस बरामद विवाहिता प्रियंका देवी का कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराएगी। हालांकि, वह अभी कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं है।
जानकारी के अनुसार, बक्सर जिले के रघुनाथपुर गांव निवासी विजय शंकर मिश्रा की पुत्री प्रियंका की शादी साल 2018 में उदवंतनगर निवासी स्व.वीरेन्द्र पांडेय के पुत्र मुकेश पांडेय के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही मुकेश अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था। महिला को घर से प्रताड़ित कर भगाया भी गया, जिसके बाद वह मायके में ही रहती थी।
इसको लेकर विवाहिता प्रियंका ने मार्च 2022 में महिला थाना में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई थी, जिसमें उसने पति और गोतनी पर प्रताड़ित करने और मारपीट का आरोप लगाया था। विवाहिता का आरोप था कि उसके पति का अपनी भाभी से अवैध संबंध है। शादी के बाद से ही उसे प्रताड़ित किया जाता है। गर्भवास्था के दौरान भी पति द्वारा मारपीट करने का आरोप है।
इधर, विवाहिता के भाई विकास मिश्रा ने दैनिक जागरण को बताया कि महिला थाना में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद ससुराल पक्ष को बुलाया गया था। काउंसिल के बाद सशर्त अच्छे से रखने की बात बोले थे। इसके बाद बहन को ससुरालवाले अपने साथ लेकर चले गए थे। हालांकि, इसके बाद भी प्रताड़ित करते थे। फोन से भी बात नहीं कराते थे।
इसके एक-डेढ़ महीने बाद ससुरालवालों ने अपना पैतृक घर छोड़ दिया और पटना के बिहटा में रहने चले गए।इधर, मायकेवालों को विवाहिता से मिलने नहीं दिया जा रहा था। फोन पर बात भी नहीं हो रही थी, जिसके बाद मायकेवालों को हत्या का शक हुआ।
विवाहिता के भाई विकास मिश्रा ने 10 मई 2023 को उदवंतनगर थाना में दहेज के लिए बहन की हत्या करने के आरोप में पति समेत तीन को आरोपित किया था। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया था कि दहेज में रुपये व गहनों की मांग को लेकर उनकी बहन को प्रताड़ित किया जा रहा था। हत्या करने की धमकी दी जा रही थी।
विवाहिता के भाई के बयान के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इसी दौरान शुक्रवार को ससुराल पक्ष विवाहिता को लेकर थाने पहुंचा और बताया कि महिला जिंदा है। इसके बाद सूचना पर मायकेवाले भी पहुंच गए और मामले का पटाक्षेप हो गया।
उदवंतनगर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि विवाहिता के ससुरालवाले पटना में रहते है। विवाहिता भी वहीं पर थी। विवाहिता जिंदा है, लेकिन पैरालिसिस की शिकार है। अभी वह चलने-फिरने में असमर्थ है। महिला को थाने भी बेड पर ही लाया गया था। वह अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। बरामद विवाहिता को उसके मां-बाप अपने साथ लेकर चले गए हैं।