लाठी चार्ज से नहीं हुई विजय सिंह की मौत ,गोदी मीडिया बड़का झूठा पार्टी के कब्जे में है ----ललन सिंह .. क्या है रणनीति ?

लाठी चार्ज से नहीं हुई विजय सिंह की मौत ,गोदी मीडिया बड़का झूठा पार्टी के कब्जे में है ----ललन सिंह .. क्या है रणनीति ?
लाठी चार्ज से नहीं हुई विजय सिंह की मौत ,गोदी मीडिया बड़का झूठा पार्टी के कब्जे में है ----ललन सिंह .. क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : बीजेपी की विधानसभा मार्च के दौरान पटना में हुए लाठीचार्ज पर सियासी संग्राम उठ खड़ा हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। इसी बीच जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी तरह का कोई प्लानिंग नहीं था। जिनकी मौत हुई है उसको इस लाठीचार्ज से जोर रही है बीजेपी। साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी मौत से हम सभी दुखी हैं उनके परिवार के प्रति संवेदना है।

ललन सिंह ने कहा कि हम गोदी मीडिया को चुनौती देते हैं कि अगर विजय सिंह लाठीचार्ज वाले जगह पर थे तो उसका कोई वीडियो दे हम चुनौती देते हैं। वे छज्जू बाद में गिर गए हैं उनको तारा मेडिकल ले जाया गया वहां से वह पीएमसीएच गए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सब कुछ सामने हो जाएगा।

ललन सिंह ने कहा बड़का झूठा पार्टी इसको जोड़ रही है और गोदी मीडिया पूरी तरीके से बड़का झूठा पार्टी के समर्थन में खड़ी हो गई है। इसी बीच उन्होंने कहा कि विजय सिंह लाठीचार्ज के स्थल तक पहुंची नहीं पाए यह सभी रिकॉर्ड में है उनके साथ जो व्यक्ति थे उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जब घटनास्थल पर पहुंच ही नहीं पाए थे।

उन्होंने आगे बताया कि जहां तक लाठीचार्ज का सवाल है कई वीडियो वायरल हुए हैं बैरिकेडिंग तोड़ा गया पुलिस प्रशासन पर मिर्ची का पाउडर फेका गया। कानून को तोड़िएगा मिर्ची का पाउडर से किए गए तो प्रशासन काम करेगी। मणिपुर में भाजपा के लोग क्यों नहीं बोल रही हैं मणिपुर में तो सैकड़ों लोग मारे गए हैं। पूरी व्यवस्था और पूरी गोदी मीडिया सरकार के नियंत्रण में है और बड़का झूठा पार्टी के नियंत्रण में है उसी का प्रचार करती है।

आगे उन्होंने कहा कि बीजेपी प्रचार करने में लगी रहे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है जनता सब कुछ जानती है प्रशासन कार्रवाई करती है. जो प्रदर्शन कर रहे थे उसमें शिक्षक कितना थे. भाजपा के कार्यकर्ता तो शिक्षक नहीं हैं. शिक्षक के मामले पर प्रदर्शन कर रहे थे और कार्यकर्ता को बुला लिए जनता का कोई समर्थन नहीं है। ईडी को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला दिया पूरा देश ने देखा है लोकतंत्र की हत्या आप कर रहे हैं और लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं।