आखिर क्यों शुशील मोदी को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर सम्राट चौधरी ने दिए संकेत ?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी के बीच का राजनीतिक रिश्ता हमेशा सुर्खियों में बना रहता है। अब आज एक बार फिर इन दोनों के राजनीतिक रिश्ता अचानक से सुर्ख़ियों में आ गया और इस बार इसकी वजह बने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी। सम्राट ने कहा कि - जातीय जनगणना को लेकर भाजपा के लोगों ने कभी नहीं कहा था कि आप कानून बनाओ। आज सुशील जी का के बातों पर सरकार के तरफ से यह बयान आया कि आप कानून बनाओ । अरे भाई आप सुशील जी के कहने पर कानून बनाते हैं तो इन्हीं को क्यों नहीं मुख्यमंत्री बना देते।
दरअसल, राजधानी पटना में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति कि बैठक चल रही है इसी दौरान अपने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि - आजकल मैं पेपर में मैंने देखा की उन्होंने कहा है जातीय जनगणना में भाजपा के लोगों ने यह नहीं कहा था कि कानून आप बनाओ। आज सुशील जी का बयान आया कि आप कानून बना । अरे भाई यदि आप सुशील जी के कहने पर हैं तैयार हो तो इन्हीं को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। पूरा भाजपा पार्टी आपके पीठ पर खड़ा हो जाएगा। क्या बात कर रहे हैं , हमारा तो धर्म है, हमलोगों ने तो समर्थन दिया आपको। आपको तो शर्म से अपनी गद्दी छोड़ देनी चाहिए।
इसके आगे सम्राट ने कहा कि, हमलोगों ने तो एक पेज के नोट पर आपका समर्थन किया। पूरी कैबिनेट से यहां दो उपमुख्यमंत्री बैठे हुए हैं। हम सब लोगों ने जातीय गणना का कोई विरोध नहीं किया और एक साथ होकर समर्थन दिया। एक पेज पर नोट व्हाट्सएप यह लिखा हुआ था कि इस बिहार में जातीय जनगणना करने के लिए 500 करो रुपया दिया। यह राशि समान्य प्रशासन विभाग को दिया जाता है। हम लोगों ने तो आंख मूंदकर जब सरकार चला रहे थे तो समर्थन किया। जब सुशील जी, तारकिशोर जी और रेणु जी के नेतृत्व में खड़ी थी तो भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ अंधा प्यार किया। आज भाजपा लड़ने वाली है और भाजपा लड़ेगी भी यह नरेंद्र मोदी की सेना है और नरेंद्र मोदी की सेना आप से लड़ेगी भी और आपको हारने का भी काम करेगी।
सम्राट चौधरी ने कहा कि, नीतीश कुमार को यह मालूम होना चाहिए कि हमारे यहां मंडल अध्यक्ष होता है। हमारे घर 1000 मंडल अध्यक्ष हैं। उसके बाद भी हमारे देखो भाई साहब जो यहां पर संगठन महामंत्री हैं, नागेंद्र जी जो क्षेत्रीय संगठन महामंत्री हैं। यह दोनों इतना काम हम लोगों से करवा लेते हैं कि यदि मंडल अध्यक्ष को भी केंद्रीय नेतृत्व तय कर दे कि यह बिहार का मुख्यमंत्री होगा तो वह भी नीतीश कुमार से अच्छा मुख्यमंत्री साबित होगा। इतना हम लोगों को समझाया जाता है।