विपक्षी एकता को मिली सफलता से बौखला गई है भाजपा -उमेश सिंह कुशवाहा
NBL PATNA : बिहार जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब भी देश ने आवाज दिया तब तब बिहार की धरती से क्रांति का आगाज हुआ है। इसी पावन भूमि ने लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए जयप्रकाश नारायण जी की अगुवाई में सम्पूर्ण क्रांति का नेतृत्व किया था। आज फिर से केंद्र मौजूदा तानाशाही और संविधान विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए जनक्रांति की आवश्यकता है जिसकी शुरुआत पटना की धरती से हो चुकी है। विपक्षी पार्टियों की यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक है। आज पटना की धरती से देश में एक बड़ा सन्देश गया है। देश की जनता में एक विश्वास जगा है कि अब भाजपा सत्ता से बाहर करना मुमकिन है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मा. श्री नीतीश कुमार जी के राजनीतिक सूझबूझ और विश्वनीय व्यक्तित्व का ही परिणाम है कि विपक्षी एकता का सपना आज साकार हो रहा है। बैठक को लेकर भाजपा द्वारा लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा था और नकारात्मक कयास लगाये जा रहें थे मगर बैठक की सफलता भाजपा के मुंह पर एक करारा तमाचा है, जिसके बाद से पूरी भाजपा अब तिलमिलाई हुई है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि भाजपा की सरकार शुरू से ही दलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा और अल्पसंख्यक समाज का घोर विरोधी रही है। कई बार इनलोगों ने अपनी आरक्षण विरोधी मंशा को भी जाहिर किया है। मौजूदा सरकार हिटलर की नीतियों के तहत संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज दबाने की कोशिश में जुटी हुई है साथ ही देश के संविधान को भी बदलने के प्रयास हो रहा है लिहाजा देशभर की प्रमुख क्षेत्रीय व राष्ट्रीय पार्टियां भाजपा के खिलाफ साथ मिलकर लड़ने का मन बना चुकी है। विपक्षी पार्टियों की यह महाबैठक भाजपा के ताबूत में अंतिम कील साबित होगी और भाजपा के गलत मंसूबो को हम सभी मिलकर चकनाचूर करेंगे।
श्री कुशवाहा ने कहा कि आज भारत के गौरवशाली इतिहास और विरासत को बचाने के लिए नए और सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता है। एक ऐसा नेतृत्व जो जाति, धर्म, क्षेत्र और भाषा का भेद किए बेगैर सबके हितों का समुचित ध्यान रखे। जिस प्रकार भाजपा द्वारा संविधान विरोधी नीतियों को अपनाया जा रहा है उससे जनता उद्वेलित है। सरकार की गलत नीतियों के कारण उभरे बेरोजगार और कमरतोड़ महंगाई जैसी गम्भीर समस्याओं ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है। देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिए सभी दलों ने साथ मिलकर भाजपा को परास्त करने का संकल्प लिया है। 2024 में भाजपा का सफाया तय है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी रही है इसलिए लोकतंत्र की रक्षा के प्रति हमारी अत्यधिक सजगता और चिंता स्वाभविक है। दरअसल भाजपा-आरएसएस द्वारा लगातार 9 सालों से लोकतांत्रिक मूल्यों को तबाह करने का प्रयास किया जा रहा है लिहाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के भाजपा 2024 में सत्ता से बाहर करने का बीड़ा उठाया और आज निर्लोभ भाव से किया गया उनका प्रयास सफल होता दिख रहा है।