विपक्षी एकता की बंगलोर में होने वाली बैठक पर लगा ग्रहण ,किया गया स्थगित .. जानिए क्या है कारण

विपक्षी एकता की बंगलोर में होने वाली बैठक पर लगा ग्रहण ,किया गया स्थगित  .. जानिए क्या है कारण
विपक्षी एकता की बंगलोर में होने वाली बैठक पर लगा ग्रहण ,किया गया स्थगित  .. जानिए क्या है कारण

NBL PATNA : विपक्षी दलों के नेताओं की बेंगलुरु में होने वाली बैठक एक बार से लटक गई है. सूत्रों के अनुसार बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 10 से 14 जुलाई तक है. इसी वजह से बेंगलुरु में होने वाली बैठक की तिथि आगे बढाई जा सकती है. हालांकि इसे लेकर विपक्षी दलों की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है

लेकिन सूत्रों का कहना है कि अब अगली तारीख बिहार विधानसभा के मानसून सत्र की तिथि को देखते हुए तय की जाएगी. इसके पहले 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक हुई थी जिसमें घोषणा की गई थी कि शिमला में 10 से 12 जुलाई के बीच अगली बैठक होगी. हालांकि बाद में शिमला की जगह बेंगलुरु में बैठक होने की जगह तय की गई. वहीं एक बार फिर से बैठक की तारीखों को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है.
: न केवल बिहार बल्कि कर्नाटक में विधानसभा सत्र भी जुलाई में होना है. ऐसे में अन्य दलों के परामर्श से तारीखें तय करनी पड़ सकती हैं. तीन जुलाई से शुरू हो रहे कर्नाटक विधानमंडल सत्र के कारण सत्तारूढ़ कांग्रेस की ओर से शीर्ष नेतृत्व से अनुरोध किया गया है कि विपक्ष की बैठक की तारीखों को इस प्रकार तय किया जाए जिससे किसी को परेशानी ना हो. चुकी कर्नाटक में होने वाली बैठक की मेजबानी कांग्रेस कर रही है और कर्नाटक में कांग्रेस की सत्तारूढ़ है इसलिए पार्टी नए सिरे से विपक्षी दलों की बैठक की तारीखें तय करने की कोशिश में है

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 कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि न केवल बिहार और कर्नाटक में विधानसभा सत्र बल्कि 20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र भी शुरू होने वाला है. ऐसे में विपक्षी दलों की कोशिश है कि 20 जुलाई के पहले ही बेंगलुरु की बैठक को निपटाया जाए. इससे संसद सत्र के दौरान केंद्र की  मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर होने और अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करने में विपक्ष को मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा. वहीं कई ऐसे मुद्दे जिसे लेकर विपक्ष संसद में एकजुट रह सकता है इस पर भी बेंगलुरु की बैठक में चर्चा हो सकती है.


इसके पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर जब 23 जून को पटना में बैठक हुई थी तब विपक्ष ने एक बड़ा संदेश दिया था. अब अगले चरण की बैठक में सीटों के बंटवारे के फार्मूले सहित कई राज्यों में भाजपा के खिलाफ सामूहिक एकता के मसले पर बात होनी है. हालांकि बेंगलुरु बैठक को लेकर उहापोह वाली स्थिति अब बन गई है.