आज शास्त्र , शस्त्र दोनों की जरूरत : विजय सिन्हा

आज शास्त्र , शस्त्र दोनों की जरूरत : विजय सिन्हा

पटना : भाजपा विधानमंडल दल के नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शनिवार को भगवान परशुराम जयंती के मौके पर कहा कि आज भगवान परशुराम के आदर्शों पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज अगर शास्त्र जरूरी है तो शस्त्र भी जरूरी है। 

उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री भगवान परशुराम के आदर्शों पर चल कर देश को विश्व गुरु बनाने के रास्ते पर अग्रसर हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कमी आ गई। सेना पर पथराव समाप्त हो गए। उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की नीति के कारण ही कानून व्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है। 

उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का आदर्श चरित्र प्रत्येक युग और देश में सदा प्रासंगिक है। मनुष्य के लिए आत्मरक्षण और समाज-सुख-संरक्षण के निमित्त शस्त्र का आराधन भी आवश्यक है। शर्त यह है कि उसकी शस्त्र-सिद्धि पर शास्त्र-ज्ञान का दृढ़ अनुशासन हो। भगवान परशुराम ने जब भी पिछड़ों, कमजोरों, दलितों, शोषितों पर अत्याचार हुआ तब परशु को उठाया और सत्ता परिवर्तन किया। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ने किसी जाति के नहीं बल्कि सर्वसमाज और जाति के कल्याण के आदर्श स्थापित किए। 

श्री सिन्हा ने महादानवीर भामाशाह जी की जयंती के मौके पर कहा कि देश के लिए यह दुर्भाग्य की बात है कि कई विभूतियों को इतिहास में उतना स्थान नही दिया गया जिसके वे अधिकारी थे। ऐसे ही विभूतियों में भामाशाह जी भी शामिल हैं। देश के लिए संपत्ति दान करते हुए अपना सर्वस्व न्योछावर करने का भामाशाह जी से बड़ा कोई उदाहरण नहीं। 

लखीसराय के विधायक श्री सिन्हा ने कहा कि आज के दौर में जब जाति, वर्ग, समाज को बांटकर राजनीतिक पार्टियां सियासी रोटियां सेंक रही है, ऐसे में भामाशाह जी के बताए गए रास्ते पर चलने की जरूरत है जिनके लिए राष्ट्र और राष्ट्रभक्ति सर्वोपरि रहा था।