आरा में जान जोखिम में डाल कर होती है छठ पूजा, कई साल बीत जाने के बाद भी यहां रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो सका...

आरा में जान जोखिम में डाल कर होती है छठ पूजा, कई साल बीत जाने के बाद भी यहां रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो सका...

आरा : बिहार के आरा में कई सालों से रेलवे का फुट ओवर ब्रिज अर्धनिर्मित हालात में है. इस ओवरब्रिज के नहीं बनने से छठ व्रती रेलवे ट्रैक पार कर के जान जोखिम में डाल कर छठ घाट पर जाने को मजबूर होते हैं. इस साल भी छठ व्रती रेलवे लाइन क्रॉस कर छठ घाट तक पहुंचे. हालांकि जिला प्रशासन ने विभिन्न घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए थे, लेकिन आरा के पूर्वी पुरानी गुमटी पर ओवरब्रिज के नहीं बनने से लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. 

छठ पूजा के समय गुरुवार को शाम में रेलवे ट्रैक पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान मुस्तैद दिखाई दिए. आरा रेलवे स्टेशन के बगल में मौजूद छठीया नहर पर छठ वर्ती रेलवे ट्रैक पार कर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए आते जाते दिखाई दिए. इसको लेकर आरपीएफ और जीआरपी अलर्ट पर दिखी, रेलवे ट्रैक के किनारे कई जगह आरपीएफ और जीआरपी के जवान छठ व्रतियों को को रेलवे ट्रैक पार करने में मदद करते रहे.

जैसे ट्रेन आरा जंक्शन या आरा आउटर सिगनल से आगे बढ़ती उसके पहले ही वह मौजूद जवान व्रतियों को सूचित कर देते हैं की ट्रेन आ रही है और जैसे कुछ दूर रहती तो उन्हें ट्रैक के किनारे रोक दिया जाता, जब ट्रेन वहां से गुजर जाती उसके बाद व्रतियों को आगे जाने दिया जाता. तब तक छठ व्रतियों को वहां खड़े रहना होता है.

आरा में रेलवे ट्रैक शहर के उत्तरी व दक्षिणी भाग के बिच में है, जिसको जोड़ने के लिए पहले यहां रेलवे क्रोसिंग हुआ करता था. जिसके बाद पुर्वी गुमटी के पास नया ओवर ब्रिज बना कर शहर के लोगों को जाम से मुक्ति दिला दिया गया, लेकिन रेलवे ट्रैक के उस पार रहने वाले बहिरो, आनाइठ समेत दर्जनों मोहल्ले और गांव के लोगों को इस पार पैदल या हल्के वाहन से आने के लिए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण नहीं कराया गया.

2022 के मार्च में इस फूट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन रेलवे पूर्वी गुमटी पर पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे के जरिए ऊपरी पुल बनाने का कार्य अभी तक अधर में है. इसकी कोई प्रगति अभी तक नहीं हो रही है. रेलवे की सुस्ती को आरा शहर के लोग भुगत रहे हैं.

इस रेलवे ट्रैक की वजह से शहर दो हिस्सों में बटा हुआ है, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी यहां रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा नहीं हो सका. सांसद से लेकर डीआरएम ने यहां जल्द रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कराने की बात कही है, जिससे किसी को जान जोखिम में डाल कर रेलवे ट्रैक पार ना करने पड़े. अब देखना है कि अगले छठ तक ये ओवर ब्रिज बन पाता है या नहीं.