आरा : महिला ने एक साथ चार बेटों को दिया जन्म...

आरा : महिला ने एक साथ चार बेटों को दिया जन्म...

आरा : भोजपुर जिले में भगवान ने एक महिला की फरियाद सुन ली। उसकी गोद में एक कौन कहे चार बच्चों को डाल दिया। जी हां, ये कहानी है बक्सर जिले के नैनी जोर थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटकी नैनीजोर की। जहां के रहने वाले भरत यादव की पत्नी ज्ञानती देवी ने शनिवार को एक साथ चार बेटे को जन्म दिया। हालांकि चारों बच्चे सर्जरी के बाद पैदा हुआ। डॉक्टरों की टीम ने काफी सावधानी से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। ज्ञानती देवी शादी के बाद से ही गर्भवती नहीं हो पा रही थी। अब एक साथ चार बच्चे हुए तो उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है।

बच्चों के पिता भरत यादव प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी शादी 2013 में हुई थी। उसके बाद 2015 में गौना हुआ था। मई 2015 में गौना करके अपनी पत्नी को घर ले आया। भरत यादव के मुताबिक काफी दिनों तक उनकी पत्नी गर्भवती नहीं हुई। उसके बाद उन्होंने चिकित्सकों से संपर्क किया और उन्हें एक लड़की हुई। जिसका नाम उन्होंने चांदनी रखा। तीन साल की बच्ची हो गई है। उसके बाद भरत यादव को 9 महीने पहले खुशखबरी मिली कि उनकी पत्नी दोबारा गर्भवती हो गई है। भरत यादव ने चिकित्सकों से सलाह लेने के बाद अपनी पत्नी का ख्याल रखा। आज पत्नी ने एक साथ चार बेटों को जन्म दिया है।

भरत यादव ने बताया कि मैं काफी खुश हूं। पूर्व में मैंने कई जगहों पर अपनी पत्नी को दिखाया। पूजा पाठ भी करवाया था। अब चार बेटे हुए है। मैं सभी बेटे और बेटियों को पढ़ाना लिखाना चाहता हूं। मैं और मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है। वहीं उन्होंने बताया कि शनिवार को मेरी पत्नी को प्रसव पीड़ा उठी थी। जिसके बाद हम लोग आरा शहर के बाबू बाजार में एक निजी अस्पताल में पहुंचे। जहां मेरी पत्नी का ऑपरेशन किया गया। जिसके बाद शनिवार की सुबह ही करीब 11 बजे उसके चार बेटे हुए। इन चार बच्चों में चारो लड़के हैं।

डॉक्टरों के मुताबिक चारों शिशु पूरी तरह स्वस्थ हैं। बच्चों को देखने के लिए अस्पताल में लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी और अस्पताल परिसर गीतों से गूंजने लगा महिलाएं शोहर गाने लगी और परिवार और रिश्तेदारों का पहुंचना शुरू हो गया है। सभी शिशुओं और मां को अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ केंद्र स्थित चिकित्सा ईकाई में भर्ती रखा गया है। डॉक्टर गुंजन सिंह ने बताया कि महिला को जॉन्डिस था। जिसके बाद महिला की कंडीशन इतनी ठीक नहीं थी। उसके बाद उसका ऑपरेशन हुआ और उसके चार बच्चे हुए। हमारे लिए सबसे अच्छी बात ये थी कि सभी बच्चों ने जल्द ही रिस्पॉन्स किया।