आरा : मूर्ति विसर्जन को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किया निर्देश, जान लीजिए पूरी खबर...
आरा : नवरात्रि को लेकर जश्न का माहौल है। सप्तमी, अष्टमी और नवमी को दशहरा का मेला घूमने के बाद लोगों को दशमी के दिन रावण वध देखने का इंतजार होता है। बिहार के अलग-अलग जिलों में दशमी के दिन रावण वध का कार्यक्रम होता है। आरा में भी रामलीला मैदान में रात 8:00 बजे रावण दहन किया जाएगा।
रावण दहन कार्यक्रम को देखते हुए शाम 4:00 बजे के बाद से रात्रि 12:00 बजे तक रमना मैदान के आसपास तथा उसके नजदीक इलाकों में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। केवल पैदल लोगों की अनुमति ही रहेगी।
वहीं मूर्ति विसर्जन को लेकर भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार के तरफ से महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिया गया है...
1. मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान डीजे प्रतिबंधित रहेगा, जिससे कि प्रशासन के द्वारा मूर्ति विसर्जन के लिए उद्घोषणा को सभी लोग बेहतर ढंग से सुन सकें तथा मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
2. मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान किसी भी प्रकार के अश्लील, जाति सूचक या भड़काऊ गाने बजाए जाने पर विधि करवाई की जाएगी। सभी लोग केवल भक्ति गाने ही बजाएं ।
3. मूर्ति विसर्जन जुलूस में छोटे बच्चों और बुजुर्ग महिलाओं को शामिल करने से परहेज करें।
4. मूर्ति विसर्जन सुबह लगभग 10:00 बजे से आरंभ होकर संध्या 5:00 बजे के पहले संपन्न करना है। सभी पूजा समिति के अध्यक्ष सुनिश्चित करेंगे कि सुबह 10:00 बजे के आसपास मूर्ति विसर्जन के लिए मूर्ति का उठान करना आरंभ कर देंगे तथा संध्या 5:00 बजे के पहले मूर्ति विसर्जन संपन्न करेंगे।
5. सभी भोजपुर वासियों से अनुरोध की यह सुनिश्चित करेंगे की हर मूर्ति विसर्जन में पुलिस बल और मजिस्ट्रेट अवश्य रहे। अगर कहीं दूर दराज में कोई मूर्ति स्थापना की सूचना प्रशासन को नहीं दी गई है तो अभी भी अपने स्थानीय थाना को पुलिस बल के लिए सूचित कर दें।
6. मूर्ति विसर्जन में पुलिस प्रशासन के साथ सभी पूजा समिति अपने वॉलिंटियर्स को भी जुलूस को प्रबंधित करने के लिए रखें।
7. जुलूस में किसी भी प्रकार के हथियारों का प्रदर्शन प्रतिबंधित है। ऐसा करने वालों के खिलाफ विधि संगत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
8. सभी पूजा समिति विसर्जन स्थल पर प्रशासन द्वारा किए गए व्यवस्था में सहयोग करें तथा प्रशासन के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश का पालन करें। जिससे की विसर्जन स्थल पर किसी भी प्रकार की डूबने की या भगदड़ की घटना नहीं घटे। विसर्जन स्थल पर एक-एक करके सभी मूर्तियों का विसर्जन करें तथा प्रशासन का सहयोग करें।
9. मेला स्थल या रावण दहन स्थल पर सावधानी बरतें जहां पर कोई जलाशय, गहरे गड्ढे, रेलवे लाइन या अन्य कोई खतरनाक स्थल हो। सभी आयोजक लगातार उद्घोषणा करते रहेंगे की आम पब्लिक ऐसे स्थलों से सावधान रहे।