आरा : खाने में मछली न बनने पर घर जमाई ने पत्नी की कर दी पिटाई, गुस्साए ससुर-साले ने दी दर्दनाक मौत...
आरा : पत्नी की पिटाई करना घर जमाई दामाद को भारी पड़ गया। बेटी की पिटाई से गुस्साए ससुर और साले ने रविवार रात दामाद की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस ने सोमवार दोपहर को दामाद का शव बरामद किया है। युवक की गर्दन पर जख्म के गहरे निशान मिले हैं।
32 वर्षीय मृतक बसंत राम मूलरूप से चरपोखरी थाना क्षेत्र के नगरी गांव का रहने वाला था। शादी के बाद से ही वह उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव में स्थित अपने ससुराल रहता था। हत्या को लेकर मृतक के चाचा सुदामा राम ने संबंधित थाने में नामजद प्राथमिकी कराई है। प्राथमिकी के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी ससुर केदार राम और साले फागु राम को गिरफ्तार कर लिया है।
शुरूआती जांच में लकड़ी से गला घोंटकर हत्या किए जाने की बात सामने आई है। घटना के मूल में दंपती के बीच झगड़ा होने एवं पति द्वारा पत्नी की पिटाई किए जाने को लेकर उपजा विवाद बताया जा रहा है। बसंत राम की शादी करीब पन्द्रह साल पहले बेलाउर के केदार राम की बेटी मोनाको से हुई थी। शादी के दो साल बाद से ही वह अपने ससुराल बेलाउर में ही अपने पूरे परिवार के साथ रह रहा था।
रविवार की रात पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। जिसके बाद नशे में धूत पति ने गुस्से में अपनी पत्नी की पिटाई कर दी। जिससे वह घर से निकलकर टोला में चली गई। इसके बाद आरोप है कि ससुर एवं साला ने मारपीट करने के बाद लकड़ी से गला दबाकर हत्या कर दी।
थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि घरेलू विवाद में पति द्वारा पत्नी के साथ मारपीट किए जाने से आक्रोशित ससुर और साले ने मिलकर घटना को अंजाम दिया है।
रविवार देर रात थाना क्षेत्र के बेलाउर गांव में पति द्वारा पत्नी की पिटाई किए जाने के बाद आक्रोशित लड़की के पिता व भाई ने दामाद की लकड़ी से गला दबाकर हत्या कर दी थी। सुबह उठकर गांव में दामाद की मौत होने की बात कही गई। जल्द से जल्द साक्ष्य मिटाने के नीयत से लाश का अंतिम संस्कार करने निकल पड़े।
पुलिस जब बेलाउर पहुंची, तबतक वे लोग शव को लेकर निकल पड़े थे। पुलिस ने पियनिया के पास उनको रोका और थाने ले गई। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेज दिया गया। रविवार रात घर में मछली बनाने और शराब पीने के बाद विवाद बढ़ गया। पत्नी मोनाको के साथ मारपीट करने का विरोध करने पर मामला बिगड़ गया। इसके बाद में दो लकड़ी से गला दबाकर बसंत राम की हत्या कर दी गई।