क्या शरद पवार विपक्षी गठबंधन का प्रमुख चेहरा होंगे? नीतीश कुमार ने दिया जवाब...
पटना : लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने गुरुवार को महाराष्ट्र का दौरा किया। उन्होंने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। नीतीश कुमार ने महाराष्ट्र के दिग्गज नेताओं से मिलने के बाद बीजेपी के खिलाफ अधिक से अधिक विपक्षी दलों की एकजुटता का आह्वान किया।
यह पूछे जाने पर कि क्या पवार विपक्षी गठबंधन का प्रमुख चेहरा होंगे, नीतीश ने कहा, ‘इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा। मैंने उनसे कहा है कि उन्हें न केवल अपनी पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना होगा।’ नीतीश कुमार ने कहा कि जितने अधिक विपक्षी दल एक साथ आएंगे, देश हित में यह उतना ही अच्छा होगा।
शरद पवार ने कहा, ‘लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ मिलकर काम करना जरूरी है। देश के हालात देखकर लगता है कि यदि हम मिलजुल कर काम करते हैं तो विकल्प के लिए समर्थन मिलेगा।’ एनसीपी प्रमुख ने दावा किया कि बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव हारेगी।
उन्होंने कहा, ‘मेरी जानकारी के अनुसार, वहां के लोग बीजेपी को हटाकर एक धर्मनिरपेक्ष सरकार का चुनाव करेंगे।’ पवार ने कुमार से मुलाकात के बाद ट्वीट किया, ‘मैंने आज अपने मुंबई स्थित आवास पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी का स्वागत किया। हमने लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की एकता को मजबूत करने पर संक्षिप्त चर्चा की।’
नीतीश कुमार की पवार से मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। केंद्र की राजनीति में पवार ने बहुत लंबी पारी खेली है। उन्हें केंद्र की राजनीति का लंबा अनुभव है। देश के सभी राज्यों के प्रमुख नेताओं और बीजेपी से नाराज नेताओं के साथ भी उनके गहरे संबंध हैं। मोदी के खिलाफ लामबंद करने में कुमार को पवार का साथ मिल सकता है। हालांकि, जिस तरह से पवार ने अडानी के खिलाफ जेपीसी का विरोध किया, उसे लेकर शक के बादल जरूरी उमड़े थे, लेकिन नीतीश को अभी भी लगता है कि बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने में शरद पवार बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 48 लोकसभा की सीटें हैं। यहां पर पवार और ठाकरे बीजेपी को जोर का धक्का दे सकते हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने उद्धव सेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। अब उद्धव सेना और बीजेपी के बीच रिश्ते बेहद खराब हो चुके हैं। ऐसे में महाराष्ट्र से बीजेपी को बड़ा झटका मिल सकता है। दूसरी बात, पवार जैसे दिग्गज नेता हैं, जो गेम पलटने के माहिर खिलाड़ी माने जाने जाते हैं। इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री की मुंबई यात्रा बहुत खास हो गई है।