आरा : चार दिन पहले अगवा कातिब का तालाब से मिला शव...

आरा : चार दिन पहले अगवा कातिब का तालाब से मिला शव...

आरा : टाउन थाना क्षेत्र के धनुपरा इलाके से चार दिन पहले अगवा कातिब की हत्या कर दी गई। उनके शव को तालाब से बरामद किया गया। खेताड़ी मोहल्ला स्थित झाड़ीनुमा तालाब से बरामदगी हुई। मृतक सुशील कुमार श्रीवास्तव (50) शहर के गिरजा मोड़ पकड़ी मोहल्ला में रहते थे। पेशे से लाइसेंसधारी कातिब थे। वो आरा रजिस्ट्री ऑफिस में काम करते थे। जमीन संबंधी पैसे के लेन-देन के विवाद में अगवा कर हत्या किए जाने की बात शुरुआती जांच में सामने आई है। इसे लेकर नामजद समेत अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई थी। बुधवार को मुख्य आरोपी मोहम्मद अकबर ने कोर्ट में सरेंडर किया था। वो खेताड़ी मोहल्ला का रहनेवाला है। घटना को लेकर पिछले तीन दिनों से परिजन किसी अनहोनी की आशंका को लेकर परेशान थे। उनकी आशंका सच साबित हो गई और कातिब का शव गुरुवार को तालाब से बरामद किया गया।

घटना को लेकर मृतक के छोटे भाई प्रकाश गौरव ने बताया कि उनके बड़े भाई सुशील श्रीवास्तव ने खेताड़ी मोहल्ला निवासी मोहम्मद अकबर से जमीन रजिस्ट्री करने को लेकर 50 हजार रुपए लिए थे। लेकिन, काम कराने में थोड़ी देर हो गई। इसको लेकर उन पर पैसा लौटाने का दबाव डाला जा रहा था। इसको लेकर उन्होंने दो दिन का समय मांगा था। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। छह अगस्त की शाम करीब चार बजे सुशील धनुपरा में एक व्यक्ति को जमीन दिखाने गए थे। प्रकाश ने आरोप लगाया कि इस दौरान मोहम्मद अकबर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर सुशील का अपहरण कर लिया। प्रकाश ने आरोप लगाया कि भाई का अपहरण करने के बाद आरोपी ने मुझे और मेरी बहन को फोन करके 50 हजार रुपए देकर भाई को ले जाने के लिए कहा था।

प्रकाश गौरव ने कहा कि इसके बाद तत्काल 10 हजार रुपए का इंतजाम कर आरोपियों की ओर से बताए गए स्थान पर पहुंचे थे। इस दौरान दूसरी बार फोन कर मोती टोला बुलाया गया। उन्होंने कहा कि जब वो वहां पहुंचे तो तीन लोग मौजूद थे। दो लोगों ने भाई सुशील को कमरे में बंद कर रखा था। जबकि, एक पैसे लेने के लिए आया था। इसके बाद उसने फोन पर बड़े भाई सुशील कुमार श्रीवास्तव से बात कराई। बात करने के दौरान उनके भाई ने कहा था कि 10 हजार रुपए तुम उन्हें दे दो और बाकी 40 हजार रुपए का इंतजाम कर जल्दी देने की बात कही थी। ताकि अपने भाई को वो बचा सके लेकिन इतने में कुछ देर हो गई और आज उनका हत्या कर फेंका हुआ शव बरामद किया गया।

मृतक के भाई प्रकाश ने ये भी बताया कि उनके भाई सुशील ने कहा था कि ये लोग उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज कर रहे हैं। जान से मारने की भी बात कर रहे हैं। इसके बाद प्रकाश वापस घर चले आए। घर आने के बाद जब उन्होंने देर शाम करीब आठ बजे मोहम्मद अकबर के मोबाइल पर फोन किया तो उसने गाली-गलौज करते हुए कहा कि वो सुशील कुमार श्रीवास्तव को नहीं जानता है। आज के बाद मोबाइल पर तुम फोन मत करना। इसके बाद आठ अगस्त को प्रकाश गौरव ने टाउन थाने में मोहम्मद अकबर के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी।