आरा : गन प्वाइंट पर सामूहिक कुकर्म, प्राइवेट पार्ट में डाला डंडा, मेडिकल के लिए भटक रहा पीड़ित नाबालिग...

आरा : गन प्वाइंट पर सामूहिक कुकर्म, प्राइवेट पार्ट में डाला डंडा, मेडिकल के लिए भटक रहा पीड़ित नाबालिग...

आरा : 17 साल के नाबालिग से गांव के 4 लड़कों ने मिलकर सामूहिक कुकर्म किया। बंदूक की नोक पर वारदात को अंजाम दिया गया। चारों आरोपियों ने नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में डंडा भी डाला। पीड़ित के अनुसार, वो शौच के लिए घर से 4 किमी दूर बाइक से गया था। वहां गांव का एक लड़का नीरज पहले से मौजूद था। उसने पीड़ित से पहले बाइक की चाबी छीनी, फिर उसके साथ मारपीट की।

नीरज ने फोन से अपने तीन और दोस्तों को बुलाया। पीड़ित को घसीटकर पैक्स गोदाम के पास ले गए। उसका न्यूड वीडियो बनाया। बंदूक दिखाकर धमकी दी कि किसी तो बताया तो जान से मार देंगे।

घटना 12 नवंबर यानी मंगलवार की है। उस दिन पीड़ित काफी डरा हुआ था। उसने इस बात की जानकारी परिजन को बुधवार रात दी। जिसके बाद परिजन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और फिर एफआईआर दर्ज की गई। मामला चरपोखरी का है।

सामूहिक कुकर्म पीड़ित नाबालिग पिछले तीन दिनों से मेडिकल के लिए भटक रहा है। परिजन के मुताबिक, अब तक पीड़ित का मेडिकल नहीं हो पाया है। पीड़ित के साथ मेडिकल के लिए सदर अस्पताल गए एसआई को गुरुवार को चार घंटे तक बैठाकर रखा गया।

एसआई उमेश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि 17 साल के नाबालिग के साथ गलत हुआ है। हम गुरुवार शाम करीब 5 बजे सदर अस्पताल पहुंचे थे। इससे पहले नाबालिग के साथ उसके मेडिकल के लिए हम लोग बुधवार को भी अस्पताल आए थे, लेकिन हमें पटना भेज दिया गया था।

एसआई ने बताया कि जब मैं पीड़ित को लेकर पटना पीएमसीएच गया, तो वहां से मुझे गर्दनीबाग सिविल सर्जन से मिलने के लिए भेज दिया गया। गर्दनीबाग जाने पर मुझसे एफआईआर के बारे में पूछा गया। मैंने सारी जानकारी दी। इसके बाद वहां से मुझे कहा गया कि आप भोजपुर सिविल सर्जन के पास जाइए।

जब गुरुवार को आरा सदर अस्पताल पहुंचा, तो यहां शाम 5 बजे से चार घंटे तक इंतजार कराया। पीड़ित को मेडिकल के लिए भटकना पड़ा रहा है।