सोशल मीडिया यूजर्स ने तेजप्रताप को किया ट्रोल कहा बाबा का भीड़ देख लीजिए ,मंत्री ने कहा भूल रहे हैं किसकी सरकार है ..
NBL News Desk: मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री 12 मई को पटना आ रहे हैं। इसके पहले बिहार में राजनीति गरमा गई है। धीरेंद्र शास्त्री के पक्ष और विपक्ष में नेता उतर आए हैं। बुधवार को मंत्री तेजप्रताप ने फिर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि हमारी ताकत भी शास्त्री देख लेंगे। मेरी पूरी सेना तैयार है। वे लोग भूल रहे हैं कि बिहार में किसकी सरकार है।
आरजेडी नेता विरोध कर रहे हैं तो समर्थन में बीजेपी नेता हैं। नेताओं के समर्थकों में भी सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है।विवाद की शुरुआत बिहार सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव के बयान से हुई। फिर उन्होंने 30 अप्रैल को अपने संगठन डीएसएस (धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ) को ट्रेनिंग देते हुए की फोटो शेयर की। मैसेज लिखा- धर्म को टुकड़ों में बांटने वालों को करारा जवाब मिलेगा। तैयारी पूरी है...हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई आपस में हैं भाई-भाई...।
इस पोस्ट के बाद तेजप्रताप जमकर ट्रोल हो रहे हैं। एक यूजर ने धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की भीड़ वाली फोटो डालकर लिखा- महाराज जी की भीड़ देख लीजिए और फिर अपनी तैयारी, रउआ हरे इही भीड़वा में खोई जाई और पतौ ना लागी। जय हो महाराज जी।एक यूजर ने लिखा है कि रउआ हरे इही भीड़वा में खोई जाई और पतौ ना लागी। जय हो महाराज जी।एक और यूजर ने लिखा है तेजू भइया मुझे तो आप पॉलिटिशियन कम कॉमिडियन ज्यादा लगते हैं।समर्थकों ने कहा है कि बाबा को रोकने का दम है तो रोक कर दिखाएं।
लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव ने धीरेंद्र शास्त्री के पटना कार्यक्रम पर बुधवार को एक बार फिर से चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि DSS का गठन तो बहुत शुरू में ही मैंने किया है। यह RSS के लिए बनाया था। उन्होंने कहा कि हिंदू मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में हैं भाई भाई। हमारी ताकत भी शास्त्री देख लेंगे। मेरी पूरी सेना तैयार है। वे लोग भूल रहे हैं कि बिहार में किसकी सरकार है। अगर बागेश्वर बाबा हिंदू-मुस्लिम को लड़वाने के लिए आएंगे तो हम पटना एयरपोर्ट पर उनका घेराव करेंगे। अगर भाईचारे का संदेश देंगे कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में हैं भाई-भाई तो मैं उनका स्वागत करूंगा।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री 12 को पटना आएंगे। पटना से 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर में 13 से 17 मई तक उनका प्रवचन चलेगा। इसी दौरान 15 मई को वो अपना दरबार लगाएंगे।बता दें कि तेजप्रताप यादव के संगठन डीएसएस का पूरा नाम धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ है। फरवरी 2017 में ये संगठन बना था। आरएसएस की तर्ज पर उन्होंने डीएसएस बनाया था। संगठन की ओर से पत्रिका भी निकली थी। इसमें आरएसएस के स्वयं सेवकों की तरह ट्रेनिंग दी जाती है।2022 के बाद इस संगठन की गतिविधियां कम या शून्य हो गई। तेजप्रताप ने नया संगठन छात्र जनशक्ति परिषद बना लिया था, जिसका नाम बाद में जनशक्ति परिषद कर दिया गया। जनशक्ति परिषद का झंडा, निशान सब तेजप्रताप ने तय किया था।