अमित शाह घबराहट में बार-बार आ रहे बिहार, 2024 में जनता सिखाएगी सबक...
आरा : उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भोजपुर के एक दिवसीय दौरा के दौरान आरा पहुंचे। तेजस्वी यादव आने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता की मजबूती की बात कही और जमकर भाजपा पर निशाना साधा। कहा कि बिहार ने जो चुनौती दिया है केंद्र को नीतीश जी के साथ विपक्षी पार्टी गोलबंद हो गए है। महज चंद लोग देश को चला रहे हैं। बाकी किसान, मजदूर और नौजवान परेशान है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में महिला पहलवानों के साथ बदसलूकी हुई, लेकिन कोई सुनवाई और कार्रवाई नहीं हो रही है। डिप्टी सीएम ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग देश को बर्बाद कर रहे हैं, लेकिन बिहार में भाजपा को हम लोगों ने सबक सिखाने का काम किया है।
भाजपा जन महा संपर्क अभियान पर बोले तेजस्वी...
तेजस्वी यादव ने कहा कि 9 साल पूरे होने के बाद जिस तरीके से भाजपा जन-महासंपर्क अभियान चला रही वो उनके हिसाब से अच्छा है। अभियान के तहत जनता के बीच भाजपा जाए, हिसाब–किताब दे। बताए कि 15 लाख रुपए क्यों नहीं दिए? इन 9 सालों में काला धन वापस क्यों नहीं आया? हर साल दो करोड़ नौजवानों को नौकरी क्यों नहीं मिली? जिनके पास नौकरी थी उनसे भी क्यों छीन ली गई?
तेजस्वी यादव ने कहा कि इन 9 वर्षों के अंदर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दे रहे हैं और विशेष पैकेज क्यों नहीं दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहीं आरा से बिहार की बोली लगाई थी, क्या हुआ उसका? इन सभी वादों का हिसाब बिहार वासियों को देना होगा। लेकिन जनता सब समझ रही है और उसका जवाब इस चुनाव में फिर से देंगी।
घबराहट से बिहार आ रहे है अमित शाह...
गृह मंत्री अमित शाह के संभावित बिहार दौरे पर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अमित शाह घबराहट में आ रहे। आने के बाद क्या-क्या काम करने का प्रयास करेंगे, ये हमलोग सब कुछ जान रहे हैं इसीलिए चौकन्ने हैं। अमित शाह बिहार कितनी बार भी आए उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। 2014 से नरेंद्र मोदी हो या फिर अमित शाह हो यह दोनों कितने बार बिहार आ चुके हैं।
लालू–नीतीश का प्रयास रहेगा विपक्षी एकता को गोलबंद करने में...
12 जून को बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की चाह रखने वाले नेताओं की बैठक पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी और नीतीश जी का प्रयास रहेगा कि सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं को गोलबंद करें। ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ें। ताकि भाजपा को इस बार चुनाव में सत्ता से बाहर किया जा सके।