रत्नेश सदा ने के-के पठाक को बताया दलित विरोधी .. सरकार से की कारवाई की मांग --क्या है रणनीति ?

रत्नेश सदा ने के-के पठाक को बताया दलित विरोधी .. सरकार से की कारवाई की मांग --क्या है रणनीति ?
रत्नेश सदा ने के-के पठाक को बताया दलित विरोधी .. सरकार से की कारवाई की मांग --क्या है रणनीति ?

NBL PATNA : शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली से विभागीय मंत्री चन्द्रशेखर के साथ ही एससी एसटी कल्याण मंत्री रत्नेश सदा भी नाराज हैं और इसके लिए उन्हौने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शिकायत करने की बात कही है.

एससी एसटी कल्याण मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी मनमाने तरीके से फरमान जारी कर रहें हैं.शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के आदेश पर नराजगी जताते हुए रत्नेश सदा ने कहा कि महादलित टोला सेवक द्वारा पढ़ाए जाने वाले बच्चों की 90% उपस्थिति नहीं होने पर अऩुदान की कटौती का आदेश सही नहीं है.

आगे उन्होंने कहा कि इस आदेश को जारी कर के.के पाठक महादलित के साथ अन्याय करने का काम कर रहे हैं.महादलित टोला सेवकों को पहले ही बहुत कम पैसे दी जाती है. स्कूल में शिक्षकों को वेतन के रूप में मोटी राशि मिल रही है,उन पर कोई जिम्मेवारी तय नहीं की जा रही है.पर कम पैसे में महादलितों में शिक्षा की लौ जलाने वाले टोला सेवकों के लिए मनमानी आदेश जारी किया जा रहा है.अधिकारियों का यह व्यवहार अशोभनीय है.इस मुद्दे पर मुख्यमंत्रीजी से हम बात करेंगे.

रत्नेश सदा ने आगे कहा कि ऐसी जिम्मेवारी वैसे शिक्षको को क्यों नहीं देते जिनका वेतन काफी ज्यादा है. सिर्फ महादलित समाज के शिक्षक पर ऐसा दवाब कहां तक उचित है. उन्होंने कहा कि ये सरासर गलत फरमान है. जब हमारे संज्ञान में यह आया तो हमने इसका विरोध किया है. हमें नहीं लगता कि ये तुगलकी फरमान कहीं से अच्छा नहीं है. शिक्षा विभाग के बैठे अधिकारी अब मनमानी पर उतर गए हैं.