आरा : एचएम के तबादले से नाराज छात्रों ने स्कूल में की तालाबंदी...

आरा : एचएम के तबादले से नाराज छात्रों ने स्कूल में की तालाबंदी...

आरा : शिक्षिका के तबादले के बाद निलंबन की सूचना मिलते ही जगदीशपुर प्रखंड के दावा गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय के सैकड़ों छात्र व छात्राएं आक्रोशित हो उठे और शुक्रवार को विद्यालय में तालाबंदी कर जमकर बवाल काटा। जिसके बाद मौके पर बच्चो को समझाने पहुंची बीईओ अंजू चौधरी भी छात्र व छात्राओ के गुस्से का शिकार बन गई, जब छात्र व छात्राए उनकी गाड़ी को हाथो से पीटने लगे और उनके गाड़ी के टायर का हवा निकाल दिया। तब पुलिस ने मौके पर पहुंच किसी तरह शिक्षा पदाधिकारी को सुरक्षित वहा से निकाला। इस दौरान स्कूल के बच्चों ने शिक्षिका प्रीती कुमारी का निलंबन रद करने को लेकर जगदीशपुर एसडीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा।

निलंबन की जानकारी मिलने के बाद बच्चों ने शिक्षकों व कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक लगाते हुए विद्यालय में ताजा जड़ दिया और नारेबाजी करने लगे। दोपहर करीब एक बजे तक प्रदर्शन चलता रहा। छात्र व छात्राओं का कहना था कि एक साजिश के तहत शिक्षिका का तबादला कर दिया गया है और उसके बाद उनको निलंबित भी कर दिया गया। जबकि, अन्य शिक्षक व शिक्षिका के तुलना में वे अच्छे से पढ़ाती थीं।

वहीं मामले की जानकारी जब जगदीशपुर के एसडीएम संजीत कुमार को हुई तो उन्होंने पंचायत की मुखिया सुषुमलता कुशवाहा से मोबाइल पर घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच की जायेगी और शीघ्र ही इसका समाधान कर दिया जायेगा। इसके बाद मुखिया सुषुमलता द्वारा एसडीएम द्वारा दिये गये आश्वासन और उनसे हुई बातचीत की जानकारी विद्यालय के छात्र- छात्राओं को दिया और समझा-बुझाकर प्रदर्शन समाप्त करवाया। तालाबंदी के कारण शुक्रवार को आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा के तहत हस्तकला की परीक्षा भी नहीं हो पायी।

मालूम हो कि विद्यालय की प्रभारी प्रीती कुमारी का स्थानांतरण जून माह में जंगल दावा के स्कूल में कर दिया गया था, लेकिन उन्होंने वहां योगदान नहीं दिया था, जिसके बाद जगदीशपुर बीपीआरओ अरुण कुमार यादव द्वारा जिला के पदाधिकारियों के निर्देश पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।

नियोजन इकाई के सचिव सह बीपीआरओ अरुण कुमार यादव ने बताया कि शिक्षिका प्रीति कुमारी का तबादला नियोजन इकाई के पांच सदस्यीय टीम ने जंगल दावा कर दिया था, लेकिन जब उनके द्वारा आदेश का पालन नहीं किया गया तब नियोजन इकाई की अनुशंसा पर शिक्षिका को निलंबित किया गया है।