भोजपुर जिले में बनेगा एक और पुलिस अनुमंडल, बालू माफियाओं पर बढ़ेगी निगरानी...
आरा : भोजपुर जिले में एक और पुलिस अनुमंडल बनेगा। एसपी प्रमोद कुमार ने कोईलवर सर्किल को पुलिस अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा है। इसमें करीब आधा दर्जन अधिक थाना एवं ओपी को शामिल किया जाएगा। बता दें कि जिले में पहले से तीन पुलिस अनुमंडल है। एक और पुलिस अनुमंडल बनने से संख्या बढ़कर चार हो जाएगी।
आने वाले दिनों में इससे अवैध बालू माफियाओं, अपराध नियंत्रण और क्षेत्र की निगरानी में मदद मिलेगी। नवसृजित पुलिस अनुमंडल का मुख्यालय भी कोईलवर में ही बनाए जाने की तैयारी है। वर्तमान में जिले में आरा, जगदीशपुर एवं पीरो तीन पुलिस अनुमंडल हैं। इसमें आरा सदर पुलिस अनुमंडल सबसे बड़ा है, जिसके चलते अपराध नियंत्रण और क्षेत्र की निगरानी में संबंधित पुलिस अफसरों को परेशानी होती है।
राजधानी पटना से नजदीक होने के कारण आने वाले दिनों में नवसृजित पुलिस अनुमंडल की अहमियत काफी बढ़ जाएगी। कांडों के अनुसंधान एवं पर्यवेक्षण में भी तेजी आएगी। आपको बताते चलें कि करीब एक दशक पहले आरा सदर पुलिस अनुमंडल दो भागों में बंटा था। पहला टाउन एवं दूसरा ग्रामीण पुलिस अनुमंडल हुआ करता था। इसके लिए दो अलग-अलग डीएसपी की तैनाती भी मुख्यालय स्तर से होती थी, लेकिन साल 2012 में टाउन एवं ग्रामीण पुलिस अनुमंडल को समाप्त कर सदर पुलिस अनुमंडल बनाया गया था।
भोजपुर जिले से पूर्व में नौ पुलिस ओपी को थाना के रूप में अपग्रेड करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। उसमें धोबहां, सिन्हा, कृष्णागढ़, गीधा, करनामेपुर, बहोरनपुर, खवासपुर, बबुरा एवं गजराजगंज ओपी का नाम शामिल है। इसमें चार ओपी ऐसे हैं, जिनका केस बड़हरा थाने में फिलहाल दर्ज होता है। पुलिस ओपी के थाना के रूप में अपग्रेड होने के बाद दूरी भी कम होगी। इससे क्षेत्र के लोगों को बहुत हद तक सहुलियत भी मिलेगी। हालांकि, अभी तक नोटिफिकेशन भी नहीं हो सका है।
वर्तमान में जिले में करीब 27 थाना एवं 10 ओपी हैं। इसमें हसनबाजार ओपी पूर्व में ही सर्शत थाना के रूप में अपग्रेड हो चुका है। हाल के दिनों में साइबर थाना के अलावा गीधा ओपी एवं बबुरा पुलिस ओपी का सृजन हुआ है। हालांकि, भवन के अभाव में बबुरा ओपी बेहतर रूप से काम नहीं कर पा रहा है।
चांदी, कोईलवर, गीधा, बड़हरा, बबुरा, कृष्णागढ़, सिन्हा, खवासपुर आदि थाने एवं ओपी कोईलवर पुलिस अनुमंडल में शामिल हो सकते हैं। इसमें अधिकांश कोईलवर इंस्पेक्टर सर्किल के ही थाने एवं ओपी हैं। साल के अंत तक नोटिफिकेशन होने की उम्मीद जताई जा रही है।
कोईलवर को पुलिस अनुमंडल बनाने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। इससे थानों एवं क्षेत्रों में निगरानी बढ़ने के साथ-साथ कांडों के अनुसंधान एवं पर्यवेक्षण में भी तेजी आएगी। - प्रमोद कुमार, एसपी, भोजपुर