गाली-गलौज भाजपा का असली संस्कार...
पटना : जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि भाजपा के बयानवीर नेताओं को इस बात विश्वास है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी से खुश होकर शीर्ष नेतृत्व इन्हें पार्टी में बड़े पदों पर बैठा देगी। इसीलिए भाजपा के नेता आए दिन हमारे सर्वमान्य नेता माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अभद्र टिप्पणियां करतें हैं और उन्हें गालियां देते हैं। भाजपा नेताओं की राजनीतिक दुकानदारी मुख्यमंत्री के बारे में अमर्यादित बयानबाजी के बदौलत ही चलती है। परन्तु भाजपा को स्पष्ट रूप से यह समझ लेना चाहिए कि आसमान में थूक फेंकने वालों पर ही दुबारा थूक पलटकर गिरता है।
आगे उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को गाली देने का ही परिणाम है कि आज गिरिराज सिंह को भाजपा नेतृत्व ने केंद्र में मंत्री बनाया है। ठीक उसी प्रकार सम्राट चैधरी को भी बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। भाजपा उसी व्यक्ति को पार्टी में पद-प्रतिष्ठा देती है जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अभद्र टिपणियां करता है। हाल के दिनों में सम्राट चैधरी का बयान इस बात की तस्दीक करता है कि भाजपा का संस्कार उनके डीएनए में प्रवेश कर चुका है और पद के नशे में वो पूरी तरह से अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती लोकप्रियता से भाजपाई खेमा सदमे में है। इन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में हार का डर अभी से ही सताने लगा है। देश की जनता भाजपा कारनामों को देख रही है और अब इनकी असलियत को भी समझ चुकी है। झूठे वादें और जुमलों से जनता को ठगने का प्रयास अब सफल नहीं होगा। इनके पाप का घड़ा भर चुका है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का अहंकार इस बार टूटना तय है।
उन्होंने कहा कि गाली-गलौज भाजपा की संस्कृति का हिस्सा है और इसी की बुनियाद पर भाजपा आज खड़ी है और दुर्भाग्य है कि देश का चैथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया आज केंद्र सरकार की करतूतों पर खामोश है। आज विकास के मुद्दे पर कोई बहस नहीं हो रहा है। भाजपा बड़ी चालाकी से मूल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने में लगी हुई है लेकिन उनका यह चाल इस बार सफल नहीं होगा। केंद्र सरकार के पास कोई विजन नहीं है। ये लोग बिहार सरकार के योजनाओं का नकल कर राष्ट्रीय स्तर पर लागू करतें है और इसके कई उदारहण भी हैं। जनता के सामने इनका असली चेहरा बेनकाब हो चुका है।