बिहार के दलितों को गुमराह कर रहे हैं चिराग - उमेश सिंह कुशवाहा.. क्या है रणनीति ?
NBL DESK : बिहार जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने चिराग पासवान पर बिहार के दलितों को गुमराह करने का गम्भीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर चिराग पासवान बिहार के दलित समाज को बरगलाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दलित नेता के तौर पर खुद को प्रचारित करने वाले चिराग पासवान आज भाजपा-आरएसएस की गोद में बैठकर उनके दलित विरोधी गतिविधियों व नीतियों का समर्थन कर रहे हैं।https://youtu.be/dp6mUoAUE4Y
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ये लोग व्यक्तिगत महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिए दलितों को सिर्फ राजनीतिक उपकरण की तरह इस्तेमाल करना जानते हैं बल्कि यथार्थता यह है कि इनके हृदय में दलितों के लिए कोई जगह नहीं है। चिराग पासवान के अंदर थोड़ा भी दलितों के प्रति प्रेम और आदर का भाव रहता तो भाजपा जैसी घोर दलित विरोधी राजनीतिक दल के आगे कभी शीर्षासन नहीं करते है।https://youtu.be/dp6mUoAUE4Y
उन्होंने सवाल खड़े करते हुए पूछा कि अगर सचमुच चिराग पासवान दलितों के हितैषी हैं तो भाजपा की केंद्र सरकार जब पिछड़ा और अतिपिछड़ा छात्रों के छात्रवृत्ति पर रोक लगाई थी https://youtu.be/dp6mUoAUE4Yतब इन्होंने भाजपा के दलित विरोधी नीतियों के खिलाफ क्यों नहीं बोला? हाल के दिनों में बाबू जगजीवन राम छात्रवास योजना को भी केंद्र द्वारा बन्द किया गया तब भी चिराग पासवान का दलित प्रेम जागृत नहीं हुआ। इससे साबित होता है चिराग पासवान सत्ता मोह में सिद्धान्तों से समझौता कर चुकें हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि बिहार के दलितों को बेवकूफ बनाने का जिद्दो- जहद अब सफल नहीं होगा। इनके कपटी राजनीतिक चरित्र को बिहार की होशियार जनता सर्वतोभाव समझती है। बड़ी-बड़ी बातें करने के बजाए उन्हें इस बात का हिसाब देना चाहिए कि गत 9 वर्षों में उन्होंने जमुई की जनता के लिए क्या किया? आगे उन्होंने यह भी कहा कि बिहार का दलित, पिछड़ा और अतिपिछड़ा समाज पूरी मजबूती से हमारे नेता आदरणीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।